कौहाकुंडा, रायगढ़ में रहने वाली महिला द्वारा उसके दूध मुंहे बच्चे (उम्र ढाई वर्ष) को उसके पति से दिलाए जाने की गुहार लेकर गत दिनों महिला रक्षा टीम के कार्यालय, केवड़ाबाड़ी रायगढ़ में आवेदन दिया गया था । महिला रक्षा टीम की प्रभारी श्रीमती मंजू मिश्रा द्वारा पीड़िता का आवेदन जांच में लेकर महिला के प
ति को तलब की तो उसका पति बात सुनने को तैयार नहीं था । तब रक्षा टीम प्रभारी द्वारा विधिवत नोटिस देकर उसके पति व परिजनों तथा महिला के पक्ष के लोगों को कार्यालय बुलाया गया । दोनों पक्षों को समझाइश देकर विधि अनुरूप दुध मुहे बच्चे को उसके मां के पास रखने की हिदायत दी जिस पर महिला के ससुरालवालों द्वारा आज दिनांक 07.12.2020 को बच्चे को लेकर महिला रक्षा टीम के कार्यालय आये जहां बच्चे को उसके मां के सुपुर्द किया गया है । बच्चे को उसकी मां सीने से लगाकर पूरी रक्षा टीम को साधुवाद दी ।
शिकायतकर्ता महिला बताई कि इसके तीन संतान है । पति के साथ अनबन होने से कुछ वर्ष पहले बात तलाक तक आ गई थी । तब समाजिक समझाइश पर राजीनामा हुए । उसके साल बाद इसे पुत्र की प्राप्ति हुई जिसके बाद से पति फिर झगड़ा विवाद करने लगा और इसे मायके में छोड़कर तीनों बच्चों को लेकर जशपुर कोतबा चला गया । महिला अपने पति व ससुरालवालों से दूध मुहे बच्चे को छोड़ने की काफी विनती की परंतु वे नहीं माने और बच्चे को साथ लेकर चले गए थे । तब महिला द्वारा पुलिस महिला रक्षा टीम के कार्यालय में जाकर आवेदन देकर बच्चे को दिलाये जाने का निवेदन की जिसे संवेदनशीलता से लेते हुए महिला रक्षा टीम द्वारा बच्चे को उसके मां से मिलवाया गया है ।
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