T20 World Cup 2024: हाल में खत्म हुए आईपीएल 2024 में रनों की बारिश देखने को मिली. इस सीजन गेंदबाजों की खूब पिटाई हुई. टीमों ने 200 प्लस रन आराम से पार किए. आईपीएल 2024 से पहले इस लीग में सिर्फ 2 बार 250 प्लस रन पार हुए थे, लेकिन इस सीजन 8 बार 250 का स्कोर बना, हालांकि अब 1 जून से होने वाले टी20 विश्व कप में रनों पर ब्रेक लगेगा. बल्लेबाजों को कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी. आइए इसके पीछे की वजह जानते हैं.
दरअसल, अमेरिका और खासकर वेस्टइंडीज की पिच धीमी और स्लो हैं, जहां गेंदबाजों को जलवा दिखने वाला है, बल्लेबाज यहां रन बनाने के लिए तरसते दिख सकते हैं. वेस्टइंडीज की पिच आईपीएल से पूरी तरह अलग होंगी. इस बात पर एक अनुभवी क्यूरेटर ने पीटीआई को जानकारी दी है.
अनुभवी क्यूरेटर ने पीटीआई को बताया कि ‘वेस्टइंडीज की पिचें अब वैसी नहीं हैं, जैसी 80 या 90 के दशक में हुआ करती थीं. अब वे धीमी हैं और कई बार गेंद रुक कर भी आती है. मुझे यकीन है कि गेंदबाज, विशेषकर स्पिनर आईपीएल की तुलना में कहीं अधिक भूमिका निभाएंगे, खासकर टूर्नामेंट के दूसरे सप्ताह से ऐसा देखने को मिलेगा.’
पिच का मिजाज समझकर ही टीम इंडिया में 4 स्पिनर लाए गए
पिच क्यूरेटर ने अपने बयान में आगे बताया कि टीम इंडिया ने 4 स्पिनरों को शामिल किया है, इसके पीछे शायद वेस्टइंडीज की पिचों की प्रकृति है. इसलिए मुझे नहीं लगता कि हम वहां 250 का स्कोर देख पाएंगे, कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल स्पेशलिस्ट स्पिनर हैं, वहीं रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल स्पिन ऑलराउंडर हैं.
अमेरिका में बन सकते हैं बड़े स्कोर
अमेरिका की नई पिचों का मिजाज कैसा होगा, क्योंकि फ्लोरिडा के पास हाई प्रोफाइल क्रिकेट मैचों की मेजबानी करने का अनुभव है, वहीं न्यूयॉर्क और टेक्सास पहली बार इस खेल की मेजबानी की तैयारी कर रहे हैं. इससे रन बनाने की दर पर कुछ असर होगा? इन सवालों पर पिच क्यूरेटर ने कहा हामी भरी और कहा हां, ऐसा हो सकता है कि शुरुआत में टीमें पिच और अन्य परिस्थितियों का आकलन करना चाहेंगी. मुझे लगता है कि इनमें से कुछ स्थानों पर उपयोग की जा रही ड्रॉप इन पिचें प्राकृतिक पिचों की तुलना में बेहतर होंगी, इसलिए हम उस दौर में कुछ बड़े स्कोर वाले मैच देख सकते हैं.
क्या कहते हैं डेविड वार्नर?
वेस्टइंडीज की पिचों को लेकर हाल में ऑस्ट्रेलिया के ओपनर डेविड वॉर्नर ने अपनी राय दी थी. उन्होंने कहा था ‘कैरेबियाई पिचें सूखी होने के कारण गेंद खुरदरी हो जाएगी और स्पिन करने लगेगी. IPL में गेंद की ऊपरी परत लंबे समय तक रहती है और इसलिए गेंद कम टर्न करती है, मैने वहां काफी क्रिकेट खेला है और सीपीएल (कैरेबियन प्रीमियर लीग) में भी खेला हूं, वहां विकेट धीमे और कम उछाल वाले होते जाते हैं.’
आखिर क्यों वेस्टइंडीज में रन बनाना है मुश्किल?
वेस्टइंडीज की पिच स्लो रहे हैं. जब हम यहां के स्टेडियम के औसत स्कोर की बात करते हैं तो पता चलता है कि गेंदबाज कितने हावी होते हैं. एंटीगा में औसत टी20 स्कोर 123 रन है, जबकि बारबडोस में सिर्फ 138 रन. वहीं गुयाना में 124 तो त्रिनिदाद में सिर्फ 115 रन औसत स्कोर है. सेंट विन्सेंट में औसत टी20 स्कोर 118 है, जबकि ग्रॉस आइलेट में सर्वाधिक 139 है. ये आंकड़े बताने के लिए काफी हैं कि गेंदबाज 1 महीने टी20 फॉर्मेट में जलवा दिखा सकते हैं.
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