कोलकाता : राजभवन की महिला कर्मी ने राज्यपाल डॉ. सीवी आनंद बोस पर छेड़खानी का सनसनीखेज आरोप लगाया है। महिला ने थाने में शिकायत की है। सूत्रों के मुताबिक, महिला ने गुरुवार शाम करीब सात बजे हेयर स्ट्रीट थाने जाकर लिखित में शिकायत करते हुए दावा किया कि राज्यपाल ने उसके साथ दो बार छेड़खानी की। पहली घटना गत 24 अप्रैल को हुई। उसके बाद गुरुवार शाम फिर उसके साथ छेड़खानी की गई। इस पर राजभवन की ओर से कहा गया है कि सत्य की जीत होगी।
महिला का आरोप है कि राज्यपाल ने उसे बायोडाटा के साथ राजभवन स्थित अपने चेंबर में आने को कहा, जहां उसके साथ छेड़खानी की गई। महिला ने आगे बताया कि उसने पहले राजभवन में स्थित आउटपोस्ट में तैनात पुलिसकर्मियों से इसकी शिकायत की। वहां से उसे थाने में जाने को कहा गया। पुलिस की ओर से महिला का परिचय गोपनीय रखा गया है। पता चला है कि महिला 2019 से राजभवन में अस्थायी रूप से कार्यरत है। वह राजभवन परिसर में स्थित हॉस्टल में रहती है।
बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने राजभवन की एक कर्मचारी की ओर से लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों से इनकार किया है. उन्होंने इसे “इंजीनियर्ड नैरेटिव” बताया है. उन्होंने कहा, “अगर कोई मुझे बदनाम करके कुछ चुनावी लाभ चाहता है, तो भगवान उन्हें आशीर्वाद दें, लेकिन वे बंगाल में भ्रष्टाचार और हिंसा के खिलाफ मेरी लड़ाई को नहीं रोक सकते.
राजभवन ने एक्स पर पोस्ट की एक सीरीज में लिखा- “राजभवन के कर्मचारियों ने राज्यपाल डॉ सीवी आनंद बोस के साथ एकजुटता व्यक्त की. माननीय राज्यपाल के खिलाफ दो असंतुष्ट कर्मचारियों द्वारा राजनीतिक दलों के एजेंट के रूप में कुछ अपमानजनक बातें प्रसारित की गईं थीं.
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