गौरेला-पेण्ड्रा मरवाही। शिक्षक से 13 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। इस मामल में अब शिक्षक ने मरवाही थाने में FIR दर्ज करायी है। ठगी का शिकार हुए सहायक शिक्षक का नाम अर्जुन सिंह धुर्वे है। आरोप है कि सागौन का प्लांटेशन करने के नाम पर तीन शातिर ठगों ने सहायक शिक्षक से 12.63 लाख रुपए ठग लिये। अर्जुन सिंह ने मरवाही थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया। जिसके बाद मरवाही पुलिस ने तीनों आरोपियों उत्कर्ष पांडे, शैलेंद्र सिंह और पंकज कुमार शर्मा के विरुद्ध धारा 420 एवं 34 के तहत अपराध दर्ज कर लिया है। पुलिस इस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है।
शासकीय प्राथमिक शाला करगीकला में सहायक शिक्षक के पद पर पदस्थ अर्जुन सिंह धुर्वे ने सतना जिले के रहने वाले तीन आरोपियों पर मामला दर्ज कराया है। अर्जुन सिंह मरवाही थाना क्षेत्र के ग्राम लिटिया सरई के रहने वाले हैं। शिकायत के मुताबिक सतना के रहने वाले उत्कर्ष पांडे, शैलेंद्र सिंह और पंकज कुमार शर्मा ने सागौन प्लांटेशन लगाने के नाम पर 12 लाख 63 हजार 103 रुपए की धोखाधड़ी की है।
सहायक शिक्षक अर्जुन सिंह ने अपनी शिकायत में कहा है कि पिछले साल अगस्त 2023 में उनके घर ग्राम लिटिया सरई में उपरोक्त तीनों आरोपी आए। आरोपियों ने बताया कि वो ओम साईं शक्ति बायो प्लांटेक कंपनी के कर्मचारी हैं। कंपनी सागौन का पौधा खरीदी पर सब्सीडी देती है। अगर वो 6500 पौधा 170 रूपये प्रति पौधा के हिसाब से खरीदी करेंगे, तो उनको कंपनी 3 करोड की सब्सिडी देगी।आरोपियों ने उनसे उनकी जमीन का बी 1, खसरा, पैन कार्ड और पासबुक की फोटो कॉपी ले ली।
उन्होंने प्रोसेसिंग फीस के नाम पर 12 लाख 63 हजार 103 रुपए मांगे। ठगों के झांसे में आये अर्जुन सिंह ने 70000 रूपये अगस्त 2023 में युवकों को दिए। इसके बाद उन्होंने उत्कर्ष पांडे को 3 लाख 4000 रूपये, शैलेंद्र सिंह को 8 लाख 59000 रूपये और पंकज कुमार शर्मा को 30 हजार 103 रुपए फोन पे के माध्यम से दिए।बाद में युवकों ने बताया कि आपका राष्ट्रीय बागवानी मिशन अंतर्गत फार्म हाउस स्वीकृत हो गया है।
आपकी जमीन पर बाउंड्री वाल होगा और बोर खनन होगा। साथ ही प्लैटिनम के साइन बोर्ड लगेंगे जिसमें आपका नाम और योजना का नाम लिखा रहेगा। पौधे लगने के बाद आपको वन मंत्री सम्मानित भी करेंगे।अर्जुन सिंह ने बताया कि उन्हें मात्र 150 सागौन के पौधे और एक बोरी खाद मिला। इसके अलावा आरोपियों से कुछ नहीं मिला, उन्हें सब्सिडी भी नहीं मिली।
उपरोक्त व्यक्तियों ने जबरदस्ती अनापत्ति प्रमाण पत्र पर हस्ताक्षर भी कराया। जिसमें लिखा था कि उन्हें कंपनी से कोई आपत्ति नहीं है और कंपनी द्वारा उनकी जमीन पर 5000 पौधे रोपित कर दिए गए हैं, जबकि उन्हें 150 पौधों के अलावा कोई पौधा नहीं मिला। जब अर्जुन सिंह को ठगी का एहसास हुआ तो उन्होंने आरोपियों से अपने 12 लाख 63 हजार 103 रुपए मांगे, पर उन्होंने रूपये लौटाने से साफ इनकार कर दिया। जिसके बाद थाने में शिकायत दर्ज करायी गयी है।
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