दिमाग़ी तौर पर कमज़ोर वृद्धा की “जन सहयोग ” संस्था ने मदद की,,,,!

राजेन्द्र देवांगन
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दिमाग़ी तौर पर कमज़ोर वृद्धा की “जन सहयोग ” संस्था ने मदद की,,,,!

काँकेर। शहर तथा प्रदेश की जानी-मानी सामाजिक संस्था ‘जन सहयोग’ द्वारा विगत दिनों दिमागी तौर पर कमज़ोर एक आदिवासी वृद्ध महिला की उल्लेखनीय मदद की गई ,जिसके लिए संस्था की तारीफ़ की जा रही है। मामला इस प्रकार है कि मानसिक कमज़ोरी के कारण याददाश्त गँवा बैठी आदिवासी महिला दसोदा मरकाम (उम्र लगभग 60-65 )। बेसहारा हालत में कई दिनों से काँकेर ज़िले में ही इधर-उधर भटक रही थी । डोड़कावाही चारमा के श्री झाड़ूराम कुंजाम सामाजिक  कार्यकर्ता ने महिला से पूछताछ की लेकिन वह मुश्क़िल से अपना नाम और ग्राम हुल्की, पूरन होटल इतना ही बता सकी। 

झाड़ू राम कुंजाम ने महिला कार्यकर्ता चंचल परिहार एवं ललिता राजपूत के साथ वृद्धा को लाकर “जन सहयोग ” संस्था के अध्यक्ष अजय पप्पू मोटवानी से मुलाक़ात की। यहां गूगल सर्च करने पर पता चला कि ग्राम हुल्की मध्य प्रदेश के जिला सिवनी में छपारा तहसील में है। यह मालूम होने के बाद ‘जनसहयोग ‘ के अध्यक्ष द्वारा सिवनी जिले की सामाजिक संस्थाओं को महिला की तस्वीर तथा विवरण भेजे जा रहे हैं और उधर से कोई सकारात्मक संदेश आने तक वृद्धा दसोदा मरकाम को काँकेर के ही समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित सखी सेंटर में रखा गया है।

अध्यक्ष  अजय पप्पू मोटवानी तथा जन सहयोग के वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता प्रवीण गुप्ताजी ने बताया कि हमारी संस्था द्वारा जो भी हो सकेगा, इस मानसिक कमज़ोर  आदिवासी माताजी की सहायता के लिए अवश्य किया जाएगा और किसी भी तरह मालूम कर उनके गांव तक भी पहुंचाना पड़े तो हम लोग यह भी करेंगे क्योंकि कमज़ोर दिमाग वाली महिला को इस तरह बेसहारा इधर-उधर घूमने देना अत्यंत अमानवीय तथा दुख की बात होगी । उनके साथ कोई भी दुर्घटना हो सकती है।

फिलहाल सखी सेंटर में वृद्ध महिला सुरक्षित है और शीघ्र ही सिवनी जिले से उचित सूत्र प्राप्त होने पर उसे उसके गांव घर तक पहुंचाया जाएगा । “जन सहयोग” के इस आश्वासन पर डोड़कावाही चारामा से आए हुए सामाजिक कार्यकर्ताओं ने संतोष प्रकट किया है और शहर में भी इस नेक  कार्य की प्रशंसात्मक चर्चा की जा रही है।

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