ढाई अरब की लागत से बनेगा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल : बस्तर विकास प्राधिकरण की NMDC को चेतावनी – 3 महीने में नहीं दिखा काम तो प्लांट करेंगे बंद
छत्तीसगढ़ के बस्तर के कोपागुड़ा में करीब 2 अरब 32 करोड़ 73 लाख की लागत से सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का निर्माण करवाया जा रहा है। इसके लिए फंडिंग NMDC कर रही है। हालांकि, निर्माण काम अभी धीमी गति से हो रहा है। जिसको लेकर बस्तर विकास प्राधिकरण के सदस्यों ने NMDC के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई है। NMDC ने प्राधिकरण से काम में रफ्तार लाने और आवश्यक कार्रवाई करने 3 महीने का समय मांगा है। इधर, तीन महीने में कुछ वर्क नहीं दिखता है तो प्राधिकरण ने प्लांट और खनन कार्य बंद करने की चेतावनी दी है
दरअसल, बस्तर विकास प्राधिकरण ने जगदलपुर कलेक्ट्रेट कार्यालय में NMDC अफसरों की बैठक ली। इसमें विकास कार्यों पर चर्चा की गई। प्राधिकरण के सदस्यों ने अस्पताल के निर्माण में देरी के लिए नाराजगी जाहिर की और इस कार्य को प्राथमिकता देते हुए आवश्यक प्रगति लाने के निर्देश दिए। इस पर एनएमडीसी के अफसरों ने तीन माह में प्रारंभिक कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इस बैठक में छत्तीसगढ़ के आबकारी और बस्तर के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा, बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल, बस्तर सांसद दीपक बैज समेत अन्य अफसर भी मौजूद थे।
बैठक में आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि, बस्तर नक्सल प्रभावित इलाका है। यहां पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की हमेशा आवश्यकता होती है। जनता के प्रतिनिधि होने के कारण संस्थान से सुविधाओं की मांग करना हमारा कर्तव्य है। एनएमडीसी को CSR मद से क्षेत्र की गरीब जनता के लिए स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना चाहिए। नगर नार स्टील प्लांट के विस्थापितों के पुनर्वास के संबंध में कहा गया कि, विस्थापितों के हितों को ध्यान में रखा जाए। प्रशासन पात्र लोगों की जांच कर सूची एनएमडीसी कार्यालय को भेजे। फिर, एनएमडीसी उनकी नियुक्ति विस्थापितों के निर्धारित नियमों के तहत देने की कार्रवाई करें।
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