केंदई के जंगलों में घूम रहा हाथियों का दल ,ग्रामीण चिंतित

राजेन्द्र देवांगन
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बिलासपुर। Bilaspur News: सात हाथियों के एक दल ने सरगुजा के उदयपुर क्षेत्र से प्रवेश कर कोरबा जिले के कटघोरा वनमंडल में आमद दी है। यह दल केंदई व मोरगा के घने वन क्षेत्र में विचरण कर रहा है। इस नए दल के आने से प्रभावित गांव के किसानों में फसलों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है वनमंडल में करीब 50 हाथी प्रभावित गांव हैं, जहां के लोग अपने खेत, मकान और परिवार की सुरक्षा के लिए चिंतित हैं। लगातार हाथियों का उत्पात बढ़ रहा है। खासकर धान के सीजन में कई गांव के लोग रतजगा करने विवश हैं। ग्रामीण हाथी के उत्पात से दहशत भरा जीवन जी रहे हैं। दीपावली से एक दिन पहले ही वनमंडल कटघोरा के ऐतमानगर व केंदई रेंज में आठ माह तक डेरा डाले रखने के बाद 45 हाथियों के झुंड ने ठिकाना बदला था।

यह झुंड पसान होते हुए पड़ोसी जिला कोरिया की सीमा से लगे जंगल में विचरण कर रहा है। वन विभाग की टीम लगातार हाथियों के दोनों दलों पर नजर बनाए हुए है, ताकि उन्हें आबादी क्षेत्र की ओर आने से रोका जा सके, समय रहते सावधान कर जान-माल के नुकसान को रोकने के इंतजाम सुनिश्चित किए जा सकें।

राज्य के उत्तरी इलाके में घने जंगलों में बड़ी संख्या में हाथियों के कई झुंड स्वच्छंद विचरण करते रहते हैं। जब खेतों में धान, मक्का, गन्ने की खड़ी फसल लगी होती है, उस दौरान यह हाथी दल जंगलों से निकल कर आसपास के गांवों के खेतों तक पहुंच जाते हैं। हाथी दल रात के वक्त गांवों तक आते हैं और फसल की क्षति के साथ ही लोगों पर हमले भी करते हैं। फसल कटाई के बाद यह हाथी दल वापस रिजर्व फारेस्ट की ओर लौटने लगते हैं।

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