साल का पहला चंद्रग्रहण आज, 80 साल बाद दुर्लभ संयोग
साल का पहला चंद्रग्रहण सोमवार को लगने जा रहा है। यह एक पूर्ण चंद्रग्रहण होगा, जो कि भारत में नजर नहीं आएगा। साल के पहले चंद्रग्रहण के दिन दो शुभ संयोगों का निर्माण भी हो रहा है। बुद्ध पूर्णिमा और चंद्र ग्रहण दोनों परिघ योग में होंगे। ज्योतिषाचार्यों अलग खबर का कहना है कि ग्रह-नक्षत्रों का ऐसा संयोग 80 साल बाद बनने जा रहा है। उत्तरी दक्षिणी अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका में यह ग्रहण दिखाई देगा।
चंद्रग्रहण का समय
भारतीय समय के अनुसार यह चंद्र ग्रहण 16 मई की सुबह 08 बजकर 59 मिनट से सुबह 10 बजकर 23 मिनट रहेगा।
चंद्रग्रहण के इसी दिन सुबह 06 बजकर 16 मिनट तक वरीयान योग रहेगा। इसके बाद दिन बनने 16 मई की सुबह से देर रात करीब ढाई बजे तक परिघ योग रहेगा। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, वरीयान योग में किए गए सभी मांगलिक कार्य वाले शुभ योग पूरे होते हैं, जबकि परिघ योग में शत्रुओं पर विजय हासिल होती है।
तुला से शुरू वृश्चिक में खत्म
ज्योतिषाचार्य के अनुसार यह ग्रहण विशाखा नक्षत्र में होगा। जिस समय ग्रहण शुरू होगा, तब चंद्र तुला राशि में होगा और ग्रहण खत्म होने पर वृश्चिक राशि में होगा। इस ग्रहण से 3 बिंदु प्रभावित हो रहे हैं। पहला विशाखा नक्षत्र जो कि बृहस्पति का नक्षत्र है, दूसरा तुला राशि और तीसरा वृश्चिक राशि।
रुकेगा युद्ध, बढ़ेंगी प्राकृतिक आपदाएं ज्योतिषाचार्य के अनुसार चंद्रग्रहण का प्रभाव 15 दिन से 1 महीने तक बना रहेगा। इस समय में देश-दुनिया में प्राकृतिक आपदाओं की उम्मीद बढ़ेगी। तटीय इलाकों में विवाद हो सकता है. युद्ध रुकता हुआ दिखाई दे सकता है। चंद्रग्रहण के कारण ग्रहों के प्रभाव से महंगाई बढ़ेगी और जनता का आक्रोश भी बढ़ेगा। भारत की राशि कर्क राशि है और चंद्रग्रहण उसका स्वामी है, इसलिए भारत में बड़े राजनीतिक परिवर्तन हो सकता है महिला राजनेता या कलाकार के लिए खराब समय हो सकता है।