ब्यूटी पार्लर की आड़ में सेक्स रैकेट चलाने वाली मां बेटी गिरफ्तार
कमल दुसेजा-बिलासपुर ,सरकंडा थाना क्षेत्र में बरसों से ब्यूटी पार्लर की आड़ में सेक्स रैकेट चलाने वाली और नई-नई लड़कियों को इस धंधे में लॉन्च करने वाली कुख्यात आरोपी अपनी बेटी के साथ गिरफ्तार की गई है। यह सब कुछ इसलिए मुमकिन हो पाया क्योंकि इनके चंगुल में फंसी युवती ने किसी तरह सरकंडा थाने पहुंचकर इनकी कारगुजारियों को उजागर किया। रायगढ़ में रहने वाली 22 वर्षीय युवती की दोस्ती सोशल मीडिया के जरिए दुर्गेश्वरी से हुई थी। दोनों के बीच लगातार संपर्क रहने पर युवती ने उससे किसी काम में लगाने का आग्रह किया था। जिस पर दुर्गेश्वरी ने उसे बिलासपुर जबड़ा पारा स्थित खुशबू ब्यूटी पार्लर में नौकरी दिला दी। युवती इस ब्यूटी ब्यूटी पार्लर में काम कर रही थी कि इसी दौरान लॉक डाउन लग गया और उसकी नौकरी चली गई।
दुर्गेश्वरी ने युवती पर रहम दिखाते हुए उसे अपने ही घर पर रख लिया और फिर हमेशा की तरह उस पर दबाव बनाते हुए उसे देह व्यापार में शामिल करने के लिए प्रलोभन भी देने लगी। युवती अब पूरी तरह से दुर्गेश्वरी के चंगुल में थी, लिहाजा उसने भी झटपट पैसे कमाने की सोच के साथ इस धंधे में कदम रख दिया। अब दुर्गेश्वरी और उसकी बेटी सुमन उसे हर दिन ग्राहकों को परोसने लगी, जिससे तंग आकर वह इन दोनों मां बेटी के चंगुल से किसी भी कीमत पर बाहर आने छटपटाने लगी, लेकिन उसे मौका ही नहीं मिल रहा था। मगर 24 जुलाई को उसके हाथ एक मौका लगा और वह किसी तरह दुर्गेश्वरी और सुमन के चंगुल से छूट कर भागने में कामयाब हुई । एक दिन उसने जैसे तैसे शहर में गुजारा और 26 जुलाई को आधी रात करीब 1:00 बजे सरकंडा थाने पहुंच गई ।
इतना ही नहीं उसने थाने के ही गेट पर जहर भी पी लिया, जिससे उसे उल्टी होने लगी। जब थाने में मौजूद पुलिस कर्मियों की उस पर नजर पड़ी तो उसे तत्काल इलाज के लिए सिम्स ले जाया गया, जहां पीड़ित युवती ने अपने साथ घटी हर घटना बयां कर दी। इस मामले में तत्काल एफ आई आर दर्ज करते हुए सरकंडा पुलिस ने कुख्यात देह व्यापार संचालिका दुर्गेश्वरी और उसकी बेटी सुमन को गिरफ्तार कर लिया है। इन दोनों पर पहले भी सेक्स रैकेट चलाने का आरोप लगता रहा है और दोनों पहले भी कई बार गिरफ्तार हो चुकीं हैं, लेकिन हर बार छूटने के बाद ये अपने पुराने काम पर लौट आते हैं। सरकंडा पुलिस ने दोनों मां बेटी के खिलाफ धारा 294, 323, 370 के तहत मामला पंजीबद्ध किया है।
दुर्गेश्वरी ने युवती पर रहम दिखाते हुए उसे अपने ही घर पर रख लिया और फिर हमेशा की तरह उस पर दबाव बनाते हुए उसे देह व्यापार में शामिल करने के लिए प्रलोभन भी देने लगी। युवती अब पूरी तरह से दुर्गेश्वरी के चंगुल में थी, लिहाजा उसने भी झटपट पैसे कमाने की सोच के साथ इस धंधे में कदम रख दिया। अब दुर्गेश्वरी और उसकी बेटी सुमन उसे हर दिन ग्राहकों को परोसने लगी, जिससे तंग आकर वह इन दोनों मां बेटी के चंगुल से किसी भी कीमत पर बाहर आने छटपटाने लगी, लेकिन उसे मौका ही नहीं मिल रहा था। मगर 24 जुलाई को उसके हाथ एक मौका लगा और वह किसी तरह दुर्गेश्वरी और सुमन के चंगुल से छूट कर भागने में कामयाब हुई । एक दिन उसने जैसे तैसे शहर में गुजारा और 26 जुलाई को आधी रात करीब 1:00 बजे सरकंडा थाने पहुंच गई ।