शिक्षा विभाग ने स्कूल फीस में बढोत्तरी नहीं करने के जारी किए है निर्देश बावजूद हो रही है वसूली
निलेश मसीह:-बिलासपुर| जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रो में स्थित निजी स्कूल संचालको की मनमानी के चलते छात्र-छात्राओ के परिजनों का बुरा हाल है, लगभग 2 वर्षो से कोरोना संक्रमण के चलते स्कूल-कालेज बंद है बावजूद इसके निजी स्कूल संचालको द्वारा फीस की लगातार बढोत्तरी कर रहे है| केजी-नर्सरी से लेकर 12 तक के कक्षाओ की महज ऑनलाइन क्लास के लिए हजारो रूपए फीस के रूप में वसूली कर रहे है जबकि शिक्षा विभाग द्वारा निजी स्कूलो को फीस नहीं बढ़ाने के सख्त निर्देश जारी किए है बावजूद इसके प्रबंधन द्वारा जबरन फीस में इजाफा कर अभिभावकों को परेशान करने का कार्य किया जा रहा है, इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी को संज्ञान लेकर ऐसे निजी स्कूलों के खिलाफ कार्यवाही किये जाने की महती आवश्यकता है ताकि छात्र-छात्राओ के परिजनों को राहत मिल सके| बिलासपुर जिले में निजी स्कूल संचालित हो रहे है, कोरोना काल के दौरान सभी स्कूल बंद है व क्लासेस भी नहीं लग रहे है, शासन ने भी निजी स्कूल प्रबंधन को छात्र-छात्राओ से केवल टूयुशन फीस लेने और शिक्षा सत्र में स्कूल फीस में बढोत्तरी नहीं करने के निर्देश जारी किए है लेकिन जैन इंटरनॅशनल स्कूल, डीएवी स्कूल, होली क्रॉस, दिल्ली पब्लिक स्कूल सहित सभी निजी स्कूलों के प्रबंधन द्वारा छात्रों के अभिभावकों से मोटी रकम फीस के रूप में वसूली की जा रही है वही फीस ना देने में असमर्थ अभिभावकों के बच्चो को स्कूल से बाहर किए जाने व ऑनलाइन क्लास में शामिल नहीं होने देने जैसी धमकी भी दी जा रही है मज़बूरी में आकर आर्थिक समस्याओ से जूझ रहे परिजनों को किसी भी तरह की राहत नहीं मिल पा रही है| गौरतलब है कि निजी स्कूलों के साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी शासकीय स्कूलों को भी सत्र 2021-22 में बच्चों की पढ़ाई निरंतर जारी रखने के लिए निर्देश जारी किए हैं। पूर्व वर्ष की भांति आनलाइन कक्षाओं का संचालन किया जाए। पढ़ई तुंहर पारा के अंतर्गत मोहल्ला कक्षा, पारा कक्षा का संचालन गतवर्ष की तरह ही किया जाए। मोहल्ला कक्षा के लिए सार्वजनिक स्थलों का चिन्हांकन कर लिया जाए तथा मोहल्ला कक्षा में उपस्थित होने वाले विद्यार्थियों की उपस्थिति प्रतिदिन ली जाए। मोहल्ला एवं पारा कक्षा में उपस्थित की संख्यात्मक जानकारी का संधारण विकासखंड स्तर पर किया जाए तथा पोर्टल में एन्ट्री की जाए। कक्षा पहली से आठवीं तक की उपस्थिति का संधारण विकासखंड स्त्रोत समन्वयक एवं कक्षा नववीं से 12वीं तक की उपस्थिति का संधारण विकासखंड शिक्षा अधिकारी या विकास नोडल अधिकारी के माध्यम से किया जाए। विकासखंड स्तरीय डाटा का संकलन कर प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शालाओं के डाटा संग्रहण जिला मिशन समन्वयक एवं हाई एवं हायर सेकेंडरी विद्यालयों के डाटा संग्रहण सहायक जिला परियोजना अधिकारी, समग्र शिक्षा के द्वारा किया जाएगा