बीजापुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। जिले में सक्रिय 34 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया है। सरेंडर करने वाले नक्सलियों में 7 महिलाएं और 27 पुरुष शामिल हैं। इनमें से 26 नक्सलियों पर कुल 84 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार, आत्मसमर्पण करने वालों में
- 5 नक्सलियों पर 8-8 लाख रुपये,
- 3 नक्सलियों पर 5-5 लाख रुपये,
- 10 नक्सलियों पर 2-2 लाख रुपये और
- 7 नक्सलियों पर 1-1 लाख रुपये का इनाम था।
विभिन्न संगठनों से जुड़े थे नक्सली
सरेंडर करने वाले नक्सली केरलापाल एरिया कमेटी, PLGA और मिलिशिया से जुड़े हुए थे। इनमें
- केरलापाल एरिया कमेटी के DVCM,
- PLGA कंपनी नंबर-2 के सदस्य,
- ACM,
- प्लाटून व एरिया कमेटी के पार्टी सदस्य,
- मिलिशिया प्लाटून कमांडर व सदस्य,
- PLGA सदस्य तथा
- विभिन्न RPC के CNM/जनताना सरकार अध्यक्ष–उपाध्यक्ष, DAKMS और KAMS के पदाधिकारी शामिल हैं।
सरेंडर नीति से बढ़ा भरोसा
प्रशासन और पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सरेंडर एवं पुनर्वास नीति, लगातार अभियान और विकास कार्यों के कारण नक्सलियों का भरोसा बढ़ा है, जिसके चलते वे हिंसा का रास्ता छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं।
2024 से अब तक 824 नक्सली लौटे मुख्यधारा में
आंकड़ों के मुताबिक, 1 जनवरी 2024 से अब तक बीजापुर जिले में कुल 824 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। इसी अवधि में
- 1079 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि
- 220 नक्सली मुठभेड़ों में मारे गए हैं।
प्रशासन ने आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के पुनर्वास और पुनर्निर्माण की प्रक्रिया शुरू करने की बात कही है।

