बैंक केशियर गोलीकांड मामले में पुलिस के हाथ अब भी खाली, लोगों ने कहा निर्दोषों को बलि का बकरा बनाने की जुगत में जुटी पुलिसधरमजयगढ़ :—- छत्तीसगढ़ ग्रामीण बैंक के शाखा खम्हार में पदस्थ कैशियर की अज्ञात लोगों द्वारा गोली मारकर बैग छीनकर फरार हुए लूटेरों
धरमजयगढ़ पुलिस अब तक नहीं पहुंच पाई
छत्तीसगढ़ ग्रामीण बैंक शाखा खम्हार में कैशियर के पद पर पदस्थ विनोद लकड़ा 1 मार्च को धरमजयगढ़ से खम्हार जा रहे थे।
अज्ञात दो वाहनों में सवार चार लोगों ने विनोद लकड़ा को पीछे से गोली मार दिए
गोली विनोद लकड़ा के पीठ में दाहिने तरफ लगी, गोली लगने से विनोद लकड़ा अपने मोटर साइकिल से गिर गए जिन्हें तत्काल उसे धरमजयगढ़ सिविल अस्पताल लाया गया। एक्स रे रिपोर्ट में शरीर के अंदर ही गोली फंसे होने की बात सामने आई थी।
उन्हें इलाज हेतु रायगढ़ रिफर कर दिया गया।
वहीं इस मामले में कैशियर विनोद लकड़ा ने बताया कि गोली मारने के बाद लुटेरे बैग को ले गए जिसमें पैसे तो नहीं थे लेकिन कुछ जरूरी कागजात थे।
बैंक कैशियर के साथ हुई लूट और गोलीकांड मामले को लगभग 6 दिन बीत गए हैं लेकिन धरमजयगढ़ पुलिस लुटेरों तक पहुंचना तो दूर उनका सुराग भी लगाने में सफल नहीं हो पाई है
लुटेरे कौन थे और वे किस मकसद से बैंक कैशियर को गोली मारकर बैग छीनकर फरार होने में सफल रहे।
पुलिस की इस नाकामी को लेकर अब क्षेत्र में तरह तरह की चर्चाएं हो रही है।अपनी नाकामी छुपाने निर्दोषों को बना रही पुलिस बलि का बकरा मिली जानकारी के अनुसार पुलिस अपनी नाकामी छुपाने के लिए निर्दोषों को पूछताछ के बहाने 24 घंटे से लेकर 48 घंटे से भी ज्यादा थाना में बुलाकर बिठा रही है और पूछताछ के बहाने निर्दोषों के साथ बेरहमी से मारपीट कर रही है
धरमजयगढ़ पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह तो लग ही रहा है साथ ही साथ पुलिस के प्रति आक्रोश भी दिखाई पड़ रहा है
लोगों का कहना है कि धरमजयगढ़ पुलिस असली मुजरिम तक तो पहुंचने में नाकाम साबित हो रही है जिसका गुस्सा वह निर्दोषों पर लाठी बरसा कर उतार रही है।