छत्तीसगढ़ के सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के ग्राम कपिस्दा (ब) में ग्रीन सस्टेनेबल मैन्युफैक्चरिंग प्राइवेट लिमिटेड द्वारा चूना पत्थर खदान खोलने के लिए आयोजित जनसुनवाई का ग्रामीणों ने भारी विरोध किया है। ग्रामीण 17 नवंबर को होने वाली इस जनसुनवाई को स्थगित करने की मांग पर अड़े हुए हैं।
ग्रामीणों, खासकर महिलाओं और बुजुर्गों ने धरना प्रदर्शन कर अपनी जमीन और जीवन यापन बचाने की आवाज बुलंद की है। उनका कहना है कि खदान खोलना उनके लिए विनाशकारी होगा और वे किसी भी कीमत पर अपनी जमीन को नहीं छोड़ेंगे। पंचायत तथा सारंगढ़ की विधायक उत्तरी गणपत जांगड़े भी इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होकर ग्रामीणों का समर्थन कर रही हैं।
प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर पुलिस बल तैनात किया है ताकि स्थिति नियंत्रण में रहे। वहीं, ग्रामीणों द्वारा जनसुनवाई को स्थगित करने की मांग को लेकर प्रशासन और कंपनी के बीच अभी विवाद जारी है।
इस खदान के लिए लगभग 500 एकड़ भूमि का उपयोग प्रस्तावित है, जो कपिस्दा समेत आसपास के पांच गांवों में फैली है। ग्रामीणों का विरोध इस बात की चिंता को लेकर है कि खदान खोले जाने से उनकी खेती, जल स्रोत, पर्यावरण और जीवन-यापन प्रभावित होंगे।
जनसुनवाई को लेकर अभी भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है और इसके स्थगन या आगे बढ़ने की संभावना पर प्रशासन की अगली कार्रवाई पर नजर बनी है।

