सक्ती। छत्तीसगढ़ के सक्ती से एक चौकाने वाला मामला सामने आया है। जहां शिक्षकों के कमी को लेकर बच्चों ने स्कूल के गेट पर ताला जड़ दिया है। विकासखंड शिक्षा अधिकारी सहित जिले के अधिकारियों को पूर्व में ही आवेदन सौंप चुके हैं।
जानकारी के मुताबिक़, यह पूरा मामला पी एम श्री सेजेस स्कूल मालखरौदा का है। जहां सुबह से ही स्कूल के गेट में ताला जड़कर शासन प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए जा रहे हैं। मौके पर कोई भी प्रशासनिक अधिकारी मौजूद नहीं हुए हैं।
प्रायोगिक शाला में शिक्षक नहीं,
नाराज़ पालकों ने एकजुट होकर जड़ दिया तालावहीं 28 जून को धमतरी जिले से भी शिक्षकों की कमी से संबंधित एक मामला सामने आया था। नगरी ब्लाक के स्कूलों में एक के बाद एक कहीं शिक्षक को हटाने तो कहीं शिक्षक की मांगों को लेकर ताला बंदी दौर जारी था। बता दें कि, हाल ही में कुछ दिन पहले बोकराबेड़ा में एक शिक्षक को हटाने को लेकर पालकों ने स्कूल में ताला बंदी किया था। वहीं नगरी के प्रायोगिक शाला में शिक्षक की कमी को लेकर ताला बंदी करने का मामला सामने आया था।
शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर की नारेबाजी
नाराज़ पालकों ने एकजुट होकर जड़ दिया तालाजानकारी के अनुसार, वनांचल क्षेत्र नगरी के प्रायोगिक शाला अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पालकों और शाला प्रबंधन समिति ने ताला जड़ दिया था। यहां पहली कक्षा से पांचवी तक की कक्षाएं संचालित होती हैं। जहां बच्चों की दर्ज संख्या करीब 125 है। बताया जा रहा है कि, यहां कुल चार शिक्षक थे जिसमें से दो व्यवस्था में थे जिन्हें उनके मूल शाला वापस भेज दिया गया है। ऐसे में अब प्रायोगिक शाला अंग्रेजी माध्यम नगरी में दो ही शिक्षक रह गए हैं। जिससे नाराज पालकों ने शिक्षकों की मांग को स्कूल के गेट में ताला जड़ दिया था।
छात्रों ने स्कूल में जड़ा ताला,
जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से शिक्षकों को प्रस्ताव भेजा जाएगावहीं इस मामले में नगरी बीईओ कलीराम साहू ने बताया कि, प्रायोगिक शाला अंग्रेजी माध्यम में तालाबंदी की सूचना मिली है। बीआरसी मौके पर गए हैं, लोगों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्हें कुछ दिन का समय मांगा जा रहा है पर लोग मान नहीं रहे हैं। स्कूल में कुल चार शिक्षक थे जिसमें से दो व्यवस्था में थे। जिन्हें शासन के अदेशानुसार मूल शाला के कार्य मुक्त कर दिया गया है। वहां भी एक शिक्षक है, दो शिक्षक सेवा प्रदाता के लिए जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से प्रस्ताव भेजा जाएगा। गौरतलब है कि, नए शैक्षणिक सत्र के शुरुआत होते ही जिले के बोकराबेड़ा माध्यमिक स्कूल, हाईस्कूल लोहरसी और अब प्रायोगिक शाला अंग्रेजी माध्यम नगरी में तालाबंदी का मामला सामने आया है। जहां पालक अपने मांगो को लेकर डंटे हुए थे।