लड़कों के विरुद्ध अपराधों में रायपुर सबसे आगे, राज्यभर में 2025 में अब तक 211 मामले दर्ज

राजेन्द्र देवांगन
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रायपुर,छत्तीसगढ़ में बच्चों और लड़कों के विरुद्ध अपराधों की स्थिति पर गृह विभाग द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2024-2025 में अब तक कुल 3,191 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें रायपुर जिला 268 मामलों के साथ शीर्ष पर है।

गृह विभाग के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2024 में 2,980 मामले दर्ज हुए थे, जबकि वर्ष 2025 में अब तक 211 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें सबसे अधिक मामलों की संख्या रायपुर (268), बिलासपुर (257), और कोरबा (202) जिलों में देखी गई है।

शीर्ष 5 जिले (मामलों की कुल संख्या – 2024 और 2025 मिलाकर):

1. रायपुर – 268 मामले

2. बिलासपुर – 257 मामले

3. कोरबा – 202 मामले

4. सरगुजा – 189 मामले

5. बलरामपुर – 170 मामले

इन आंकड़ों से यह स्पष्ट होता है कि प्रदेश के कई जिलों में बच्चों और लड़कों के खिलाफ अपराध लगातार चिंता का विषय बने हुए हैं। वहीं, कुछ जिलों में मामलों की संख्या अपेक्षाकृत कम है। जैसे कि रेल क्षेत्र में केवल 5 मामले, महिला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में 14, और दंतेवाड़ा में 18 मामले दर्ज हुए हैं।

कुल मिलाकर स्थिति

वर्ष 2024 में दर्ज कुल मामले: 2,980

वर्ष 2025 में अब तक दर्ज मामले: 211

कुल योग: 3,191

प्रशासन की चुनौती

विशेषज्ञों का मानना है कि बच्चों और लड़कों के खिलाफ अपराधों में वृद्धि का मुख्य कारण जागरूकता की कमी, सामाजिक लापरवाही और कानूनों का सही ढंग से पालन न होना हो सकता है।
सरकार और प्रशासन को अब ज़मीनी स्तर पर विशेष जागरूकता अभियान, स्कूलों में सुरक्षा उपायों की निगरानी और तेज न्याय प्रक्रिया की ओर ठोस कदम उठाने होंगे।

बहु और बेटियों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ गंभीर कार्यवाही की जानी चाहिए साथ ही कानून व्यवस्था में बदलाव किया जाना अति महत्वपूर्ण हैं सरकार को इसके लिए ठोस कदम उठाया जाना चाहिए केवल बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कह देने मात्र से बेटी और बहुओं की स्वाभिमान, आबरू नहीं बचेगी उनके साथ हो रहे दुष्कर्म पर कड़ी कार्यवाही की अव्यक्ता है ।

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