छत्तीसगढ़ के कोंडागांव में 9 जून 2025 को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष बिरेश ठाकुर ने प्रेस वार्ता कर पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम के बयान पर कड़ा पलटवार किया। नेताम ने छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और बस्तर सांसद दीपक बैज पर धर्मांतरण का आरोप लगाते हुए कहा था कि “शायद वे भी धर्मांतरित हो चुके हैं।” ठाकुर ने इसे आदिवासी समाज का अपमान करार दिया और नेताम को सार्वजनिक माफी मांगने की चेतावनी दी, अन्यथा कानूनी और सामाजिक कार्रवाई की धमकी दी।
नेताम का बयान आदिवासी समाज का अपमान
बिरेश ठाकुर ने कहा कि अरविंद नेताम का बयान न केवल दीपक बैज, बल्कि पूरे आदिवासी समाज का अपमान है। उन्होंने नेताम से माफी की मांग करते हुए कहा, “अगर वे जल्द माफी नहीं मांगते, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी और सामाजिक मंचों पर विरोध दर्ज कराया जाएगा।” ठाकुर ने नेताम को “भाजपा का मोहरा” करार दिया और आरोप लगाया कि बस्तर की खनिज संपदा की लूट के खिलाफ दीपक बैज के आंदोलनों से घबराई BJP और कॉरपोरेट शक्तियां नेताम के जरिए ऐसी बयानबाजी करवा रही हैं।
दीपक बैज की आदिवासी पहचान पर जोर
ठाकुर ने दीपक बैज का बचाव करते हुए कहा कि वे एक प्रकृति पूजक आदिवासी नेता हैं, जो बूढ़ादेव, महादेव, और दंतेश्वरी माई के भक्त हैं। उन्होंने कहा, “बैज ने बस्तर दशहरा में सालों तक सेवा कर आदिवासी संस्कृति का संरक्षण किया है। उन्हें अपनी धार्मिक आस्था साबित करने के लिए किसी प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं।” ठाकुर ने बैज को आदिवासी समाज का गौरव बताया और नेताम के आरोपों को बेबुनियाद करार दिया।
BJP पर धर्मांतरण के मुद्दे का दुरुपयोग का आरोप
ठाकुर ने धर्मांतरण के मुद्दे पर BJP को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि BJP इस मुद्दे का इस्तेमाल केवल वोट बैंक के लिए करती है, लेकिन सत्ता में रहते हुए धर्मांतरण की घटनाओं पर चुप रहती है। ठाकुर ने जशपुर और बस्तर में हाल की कथित धर्मांतरण की घटनाओं का हवाला देते हुए BJP की चुप्पी पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “BJP धर्मांतरण को लेकर सिर्फ राजनीति करती है, लेकिन हकीकत में कोई कार्रवाई नहीं करती।”
मुख्यमंत्री को श्वेत पत्र की चुनौती
बिरेश ठाकुर ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को चुनौती दी कि वे धर्मांतरण पर श्वेत पत्र जारी करें और स्पष्ट करें कि BJP और कांग्रेस के शासनकाल में कितने चर्च बने। ठाकुर ने कहा, “BJP के आरोपों की सच्चाई सामने लाने के लिए यह जरूरी है। साय जी बताएं कि उनकी सरकार ने धर्मांतरण रोकने के लिए क्या कदम उठाए।”
पृष्ठभूमि और राजनीतिक संदर्भ
अरविंद नेताम, जो कभी कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे, ने 2023 में पार्टी छोड़ दी थी और सर्व आदिवासी समाज के साथ हमर राज पार्टी बनाई थी। हाल ही में उन्हें RSS ने 5 जून 2025 को नागपुर में आयोजित “कार्यकर्ता विकास वर्ग द्वितीय” के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया था, जहां वे RSS प्रमुख मोहन भागवत के साथ मंच साझा करने वाले हैं। ठाकुर ने नेताम के इस कदम को BJP-RSS की रणनीति का हिस्सा बताया, जिसका मकसद बस्तर में आदिवासी समाज को बांटना और खनिज संपदा की लूट को छिपाना है।
ठाकुर ने यह भी दोहराया कि दीपक बैज ने बस्तर की खनिज संपदा को कॉरपोरेट्स, जैसे अडानी और आर्सेलरमित्तल, को सौंपने के खिलाफ लगातार आवाज उठाई है। उन्होंने कहा कि BJP की नीतियां आदिवासी हितों के खिलाफ हैं, और नेताम का बयान इन नीतियों को समर्थन देने की कोशिश है।
सामाजिक और राजनीतिक प्रभाव
यह विवाद बस्तर और कोंडागांव जैसे आदिवासी बहुल क्षेत्रों में तनाव बढ़ा सकता है, जहां धर्मांतरण और खनिज संपदा का मुद्दा पहले से ही संवेदनशील है। X पर कुछ पोस्ट में इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को “BJP की साजिश का पर्दाफाश” बताया गया, जबकि अन्य ने नेताम के बयान को “आदिवासी समाज के खिलाफ षड्यंत्र” करार दिया। ठाकुर की कानूनी कार्रवाई की धमकी और श्वेत पत्र की मांग ने इस मामले को और गरमा दिया है।