बिलासपुर । शादीशुदा होते हुए हवलदार ने दूसरी महिला से धोखाधड़ी कर पहले प्रेम विवाह कर लिया। फिर महिला का शारीरिक व आर्थिक शोषण करता रहा। महिला से करीब 22 लाख रुपये हड़पने के बाद अब हवलदार ने मारपीट कर उसे घर से निकाल दिया है। महिला की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की, तब उन्होंने महिला आयोग के साथ न्याय के लिए कोर्ट की शरण ली है।सिविल लाइन क्षेत्र की 40 वर्षीय महिला पूर्व से शादीशुदा है और उनका एक बेटा भी है। 2004 में पति की मौत के बाद वह अकेली रह रही थी। यहां वह अपना खुद का कारोबार करने लगी। इसी बीच वर्ष 2013 में उनकी जान-पहचान हवलदार संजय श्रीवास्तव से हुई। परिचय बढ़ने के बाद संजय ने उनसे दोस्ती की। फिर विवाह करने का प्रस्ताव रखा। संजय ने बताया कि उनकी पहली पत्नी बीमार रहती हैं। महिला उसकी बातों में आ गई और 21 अगस्त 2014 को रतनपुर स्थित महामाया मंदिर में प्रेम विवाह कर लिया। इस बीच संजय उन्हें गोवा, शिरडी व मुंबई घुमाने भी ले गया। बाद में महिला को पता चला कि उसकी पत्नी साथ रहती है और बेटी भी है। फिर भी वह साथ रहने के लिए तैयार हो गई। संजय की बेटी की मेडिकल पढ़ाई के लिए चीन जाने रकम भी दी। पुराने को तोड़कर नया मकान बनवाया। 2018 में उन्होंने संजय को गाड़ी खरीदने के लिए भी रकम दी। महिला का आरोप है कि जून 2019 के बाद संजय का व्यवहार अचानक से बदल गया। क्योंकि महिला का कारोबार ठप हो गया। इस बीच महिला की जमा पूंजी करीब 22 लाख रुपये भी वह किसी न किसी बहाने ले लिया था। इसके बाद उन्हें छोड़ने की धमकी देकर मारपीट करने लगा। इस पर महिला ने इस मामले की शिकायत सिविल लाइन थाने के साथ ही पुलिस अफसरों से की। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में महिला ने इस मामले की शिकायत राज्य महिला आयोग से की। साथ ही आपराधिक प्रकरण दर्ज करने के लिए कोर्ट में परिवाद भी दायर की है।
महिला के पास मौजूद है सभी साक्ष्य
महिला ने कोर्ट में शपथ पत्र देकर बताया है कि उनके पास संजय को दी गई राशि व बैंक स्टेटमेंट के साथ पूरा सबूत है। उनके साथ की गई धोखाधड़ी व प्रताड़ना की रिकार्डिंग भी है, जिसमें उनकी पहली पत्नी ने भी पति संजय के कृत्यों को स्वीकार किया है। महिला ने इस मामले में दोषी संजय के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।