बलरामपुर : च्वाइस सेंटर संचालक से 1.86 लाख की ठगी, झारखंड के दो शातिर ठग पुलिस गिरफ्त में

राजेंद्र देवांगन
3 Min Read

बलरामपुर, 27 अप्रैल 2025: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के राजपुर में च्वाइस सेंटर संचालक से 1.86 लाख रुपये की ठगी करने वाले झारखंड के दो युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करने का झांसा देकर नकदी हड़प ली और बाद में बैंक खाता होल्ड होने पर ठगी का खुलासा हुआ।

कैसे दिया ठगी को अंजाम

जानकारी के अनुसार, राजपुर के सेंट्रल बैंक के पास राहुल कुमार कश्यप (24) अपना च्वाइस सेंटर चलाते हैं। 23 अप्रैल को सुबह 11 बजे दो युवक उनके सेंटर पहुंचे और बहन की शादी के लिए नकदी की जरूरत बताकर खाते में पैसे ट्रांसफर करने का वादा किया। राहुल ने अपनी पत्नी के बैंक खाते की जानकारी दी।

  • पहली बार: युवकों ने 99,000 रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर किए, और राहुल ने उन्हें नकद दे दिया।
  • दूसरी बार: शाम 4-5 बजे युवक फिर आए और 87,000 रुपये ट्रांसफर कर नकदी ले गए।

खाता होल्ड, ठगी का खुलासा

राहुल ने जिस खाते में पैसे ट्रांसफर किए, वह होल्ड हो गया, जिससे उन्हें ठगी का शक हुआ। उन्होंने तुरंत राजपुर थाने में शिकायत दर्ज की। पुलिस ने धारा 66डी और 318 के तहत मामला दर्ज किया।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई

राजपुर थाना प्रभारी चंदन कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस ने सभी च्वाइस सेंटरों को सतर्क किया और जांच में पाया कि आरोपी चौधरी गेस्ट हाउस में ठहरे हैं। घेराबंदी कर पुलिस ने मेराज अंसारी (देवघर, झारखंड) और अनूप कुमार चौबे (पलामू, झारखंड) को गिरफ्तार कर लिया।

अंबिकापुर में भी 10 लाख की ठगी का खुलासा

पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि वे झारखंड के “राहुल उर्फ शकर दादा” के इशारे पर ठगी कर रहे थे। उन्होंने सरगुजा के अंबिकापुर में भी च्वाइस सेंटर संचालकों से 10 लाख रुपये की ठगी की थी। सरगुजा पुलिस को भी इसकी सूचना दे दी गई है।

आरोपियों को जेल

पुलिस ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और अन्य संभावित पीड़ितों का पता लगाने के लिए ठगों के नेटवर्क की तह तक जा रही है।

क्षेत्र में चर्चा

यह घटना च्वाइस सेंटर संचालकों के लिए सबक बन गई है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अनजान लोगों के साथ बड़े लेनदेन से पहले सावधानी बरतें और संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत सूचना दें।

Share This Article
राजेंद्र देवांगन (प्रधान संपादक)