बिलासपुर। शहर के मालधक्का व्यापार विहार स्थित भावेश इंडस्ट्रीज में शुक्रवार सुबह आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। तीन मंजिला ड्रायफ्रूट की दुकान में सुबह 8:15 बजे अचानक आग भड़क उठी, जिससे लाखों रुपये का माल जलकर खाक हो गया। हालांकि फायर ब्रिगेड की त्वरित कार्रवाई से एक घंटे में आग पर काबू पा लिया गया, जिससे बड़ा हादसा टल गया।
फायर ब्रिगेड की मुस्तैदी से टला बड़ा नुकसान
आग लगते ही आसपास के लोगों ने इसकी सूचना फायर ब्रिगेड और पुलिस को दी। मौके पर पहुंची दमकल की टीम ने लगातार एक घंटे तक मशक्कत कर आग को बुझाया। अगर थोड़ी देर और होती, तो आग आसपास की दुकानों तक फैल सकती थी।
शॉर्ट सर्किट से आग लगने की आशंका
तारबाहर थाना प्रभारी कृष्णचंद्र सिदार ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है। दुकान में रखे इलेक्ट्रिक उपकरणों और वायरिंग की स्थिति की जांच की जा रही है। दुकान संचालक से भी पूछताछ की गई है।
लाखों का माल खाक, नुकसान का आकलन जारी
ड्रायफ्रूट जैसे महंगे उत्पादों की बड़ी मात्रा में मौजूदगी के चलते आग से लाखों रुपये का नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस और फायर विभाग की संयुक्त टीम नुकसान का सटीक आकलन कर रही है।
प्रशासन को सतर्कता बढ़ाने की जरूरत
यह हादसा एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करता है कि व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में फायर सेफ्टी के मानकों का पालन कितना हो रहा है। इलेक्ट्रिक सेफ्टी की नियमित जांच और अग्निशमन उपायों की अनिवार्यता अब समय की मांग बन चुकी है।
ऐसे हादसों से सबक लेना जरूरी
भावेश इंडस्ट्रीज की घटना एक चेतावनी है—छोटा सा लापरवाह क्षण, बड़े नुकसान की वजह बन सकता है। जरूरत है कि सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठान अपने प्रतिष्ठानों की फायर ऑडिट कराएं और सुरक्षा उपायों को प्राथमिकता दें, ताकि आने वाले समय में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।

राजेंद्र देवांगन (प्रधान संपादक)