मध्य प्रदेश में भीषण गर्मी का प्रकोप, 26-27 अप्रैल को बारिश के आसार,भोपाल में डामर पिघला

Babita Sharma
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21 जिलों में लू का अलर्ट

भीषण गर्मी से सड़कों का हाल बेहाल

भोपाल में गर्मी का असर इतना तेज है कि सड़कों का डामर भी पिघलने लगा है। यह भीषण गर्मी लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है।

मौसम विभाग का पूर्वानुमान: 26-27 अप्रैल को बारिश की संभावना

भीषण गर्मी के बीच मध्य प्रदेश के लोगों के लिए राहत की खबर है। मौसम विभाग ने 26 और 27 अप्रैल को प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश होने का अनुमान जताया है। विशेष रूप से छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट जिलों में बारिश की संभावना है।

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21 जिलों में लू का अलर्टभीषण गर्मी से सड़कों का हाल बेहालभोपाल में गर्मी का असर इतना तेज है कि सड़कों का डामर भी पिघलने लगा है। यह भीषण गर्मी लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है।मौसम विभाग का पूर्वानुमान: 26-27 अप्रैल को बारिश की संभावनाप्रदेश के 21 जिलों में लू का अलर्टइंदौर, उज्जैन और ग्वालियर संभाग सबसे गर्मअप्रैल के आखिरी सप्ताह का मौसम पूर्वानुमानअप्रैल में अब तक का मौसम10 साल की डेटा आधारित स्टडी: अप्रैल में बढ़ती गर्मीभोपाल: 1996 में सबसे ज्यादा गर्मी, बारिश भी हुईइंदौर: पिछले साल गिरी थी 22.3 मिमी बारिशजबलपुर: तेज गर्मी का ट्रेंडग्वालियर: पड़ रही सबसे ज्यादा गर्मीउज्जैन: गर्मी का असर तेज

प्रदेश के 21 जिलों में लू का अलर्ट

बारिश की संभावना से पहले, पूरे प्रदेश में लू का अलर्ट जारी किया गया है। गुरुवार को प्रदेश के 21 जिलों में हीट वेव यानी लू चलने की चेतावनी दी गई है। इन जिलों में ग्वालियर, मुरैना, भिंड, नीमच, मंदसौर, रतलाम, खंडवा, बुरहानपुर, नर्मदापुरम, बैतूल, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, बालाघाट, उमरिया, सतना, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी शामिल हैं।
भोपाल, इंदौर, उज्जैन और जबलपुर में भी तेज गर्मी
भोपाल, इंदौर, उज्जैन और जबलपुर समेत प्रदेश के अन्य जिलों में भी गर्मी का असर तेज रहेगा। यहां तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच सकता है।

इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर संभाग सबसे गर्म

वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के अनुसार, 24 और 25 अप्रैल को इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और सागर संभाग में भी अत्यधिक गर्मी रहेगी और यहां लू का अलर्ट जारी किया गया है। इसके बाद दो दिनों तक पूर्वी और दक्षिणी हिस्से के जिलों में हल्की बारिश हो सकती है।

रतलाम में पारा 44 डिग्री के पार, बड़े शहरों में भी गर्मी का असर
प्रदेश में बुधवार को भी तेज गर्मी का प्रकोप जारी रहा। मालवा-निमाड़ के जिलों में सबसे अधिक गर्मी दर्ज की गई। रतलाम शहर में तापमान 44.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। वहीं, नर्मदापुरम, खजुराहो और मंडला में 43.2 डिग्री, सिवनी में 42.6 डिग्री, नरसिंहपुर में 42.4 डिग्री, टीकमगढ़ और शिवपुरी में 42.2 डिग्री, नौगांव, रीवा और मलाजखंड में 42 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।

खरगोन, दमोह, धार, उमरिया, सागर, सतना, सीधी, गुना, बैतूल, शाजापुर, रायसेन, खंडवा और छिंदवाड़ा में तापमान 41 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक रहा। बड़े शहरों की बात करें तो उज्जैन में सबसे ज्यादा 41.7 डिग्री, ग्वालियर में 41.2 डिग्री, इंदौर में 41 डिग्री और भोपाल में 40.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। कई शहरों में लू का असर भी देखा गया।

अप्रैल के आखिरी सप्ताह का मौसम पूर्वानुमान

अप्रैल के आखिरी सप्ताह में उत्तर-पश्चिमी हवाओं के लगातार चलने से पूरे प्रदेश में न्यूनतम तापमान सामान्य से 3-4 डिग्री अधिक यानी 27 से 30 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना है। दिन के साथ रातें भी गर्म रहेंगी। ग्वालियर, चंबल, सागर और रीवा संभाग में तापमान 43-45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है, जबकि इंदौर, उज्जैन, भोपाल सहित बाकी प्रदेश में 41 से 44 डिग्री सेल्सियस तापमान रहने का अनुमान है। बंगाल क्षेत्र में साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम के कारण अप्रैल के आखिरी में 3 से 4 दिनों तक लू का असर रह सकता है।

अप्रैल में अब तक का मौसम

अप्रैल के पहले, दूसरे और तीसरे सप्ताह में प्रदेश में तेज गर्मी और बारिश का मिलाजुला दौर रहा। पहले सप्ताह में सभी संभागों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 2-3 डिग्री ज्यादा रहा, जबकि पश्चिमी गर्म हवाओं के कारण अधिकतम तापमान इंदौर, सागर और नर्मदापुरम संभागों में 39 से 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। दूसरे सप्ताह में पूरे प्रदेश में तेज आंधी, बारिश और ओलावृष्टि हुई। तीसरे सप्ताह में उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण न्यूनतम तापमान बढ़ा और अधिकतम तापमान 40 से 44 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक रहा, कई जिलों में लू भी चली।

10 साल की डेटा आधारित स्टडी: अप्रैल में बढ़ती गर्मी

मध्य प्रदेश में अप्रैल के दूसरे पखवाड़े से गर्मी का असर तेज होने लगता है और महीने के आखिरी दिनों में तापमान रिकॉर्ड तोड़ देता है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर के 10 साल के डेटा आधारित अध्ययन में सामने आया है कि भोपाल और इंदौर में पारा 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा, जबकि जबलपुर में 44 डिग्री और ग्वालियर में 45 डिग्री सेल्सियस के पार दर्ज किया गया। पिछले तीन सालों में इन शहरों में तेज गर्मी पड़ी है और इस बार भी तापमान में बढ़ोतरी जारी है। कई शहरों में तो पारा 44 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच चुका है।

भोपाल: 1996 में सबसे ज्यादा गर्मी, बारिश भी हुई

भोपाल में अप्रैल में गर्मी के ट्रेंड की बात करें तो 29 अप्रैल 1996 को अधिकतम तापमान 44.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। इस महीने भोपाल में बारिश और आंधी के आसार भी बनते हैं, जिसके कारण पिछले कुछ सालों से अप्रैल में बारिश का दौर चल रहा है। 20 अप्रैल 2013 को भोपाल में 24 घंटे में 30.8 मिमी बारिश हुई थी, जबकि 2023 में 22.6 मिमी पानी गिरा था। इस बार अप्रैल में तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच चुका है।

इंदौर: पिछले साल गिरी थी 22.3 मिमी बारिश

इंदौर में भी पारा 44 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच चुका है। मौसम विभाग के अनुसार, 25 अप्रैल 1958 को सर्वाधिक 44.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था। इस महीने यहां भी मौसम में बदलाव देखने को मिलता है, जिससे बादल छाए रहते हैं और बौछारें भी गिरती हैं। इंदौर में पिछले साल 22.3 मिमी बारिश हुई थी और 2014 से 2024 के बीच 6 सालों में बारिश दर्ज की गई है।

जबलपुर: तेज गर्मी का ट्रेंड

जबलपुर में एक बार पारा 45 डिग्री सेल्सियस के पार रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, 28 अप्रैल 1970 को दिन का तापमान 45.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। अप्रैल में यहां भी बारिश होने की संभावना रहती है। रिकॉर्ड के अनुसार, 3 अप्रैल 1935 को 24 घंटे में 50.3 मिमी बारिश हुई थी। 2023 में 20.2 मिमी बारिश हुई थी और इस साल 19 अप्रैल को अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा था। इस बार भी जबलपुर में तेज गर्मी है।

ग्वालियर: पड़ रही सबसे ज्यादा गर्मी

ग्वालियर में अप्रैल की गर्मी का ट्रेंड बाकी शहरों से अलग रहता है। यहां ज्यादा गर्मी पड़ती है। बीते 10 सालों में यहां पारा एक बार 45 डिग्री और 3 बार 44 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच चुका है। 28 अप्रैल 1958 को तापमान 46.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। एक दिन में सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड वर्ष 1909 में बना था, जब 22 अप्रैल को 67.6 मिमी बारिश हुई थी। 2023 में भी बारिश हुई थी और इस बार भी ग्वालियर में तेज गर्मी का असर है।

उज्जैन: गर्मी का असर तेज

उज्जैन में भी अप्रैल महीने में गर्मी और बारिश का ट्रेंड रहता है। 18 अप्रैल 2010 को तापमान रिकॉर्ड 45.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा था। 2014 से 2023 के बीच दो बार पारा 43 डिग्री सेल्सियस के पार जा चुका है। पिछले साल अप्रैल में 1 इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई थी।

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ब्यूरो चीफ - मध्यप्रदेश