कानन पेंडारी जू में सफेद बाघ ‘आकाश’ का निधन, हार्ट अटैक बनी मौत की वजह

राजेंद्र देवांगन
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बिलासपुर के कानन पेंडारी जू में सोमवार की सुबह सफेद बाघ ‘आकाश’ ने अंतिम सांस ली। सुबह लगभग 9:11 बजे, जब जू-कीपर केज की सफाई के लिए पहुंचा और उसने पानी डाला, तो आकाश के शरीर में कोई हरकत नहीं हुई। उसने तुरंत इस बात की जानकारी अधिकारियों को दी।

जांच में हार्ट अटैक की पुष्टि, किया गया अंतिम संस्कार

सूचना मिलते ही कानन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच के बाद बाघ को मृत घोषित कर दिया गया। 10 वर्षीय बाघ आकाश की मौत के कारणों का पता लगाने के लिए पोस्टमॉर्टम कराया गया, जिसमें उसकी मृत्यु का कारण हार्ट अटैक बताया गया। इसके बाद अधिकारियों की उपस्थिति में मृत बाघ का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

पानी डालने पर भी नहीं हुई बाघ के शरीर में हलचल

घटना सुबह 9:11 बजे घटी, जब सफेद बाघ अपने बंद केज के अंदर था। रोजाना की तरह, जू-कीपर केज की सफाई के लिए पहुंचा और पाइप से धुलाई कर रहा था। उस समय बाघ अचेत अवस्था में पड़ा हुआ था। पहले तो जू-कीपर को लगा कि वह सो रहा है, इसलिए उसने पानी का छिड़काव किया, लेकिन आकाश के शरीर में कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई।

जू-कीपर ने दी तत्काल सूचना

दो-तीन बार पानी डालने के बाद भी जब बाघ नहीं उठा, तो जू-कीपर घबरा गया और उसने तुरंत इसकी सूचना प्रभारी, वन अधिकारी और वन्य प्राणी चिकित्सक को दी। सभी अधिकारी तत्काल जू पहुंचे। वन्य प्राणी चिकित्सक डॉ. चंदन ने जांच के बाद आकाश को मृत घोषित कर दिया।

जिला स्तरीय समिति की मौजूदगी में हुआ पोस्टमॉर्टम

सफेद बाघ की अचानक मौत से जू में हड़कंप मच गया और अधिकारी भी हैरान रह गए। उन्होंने तुरंत उच्चाधिकारियों को सूचित किया और घटना की विस्तृत जानकारी दी। अधिकारियों के निर्देशानुसार, जिला स्तरीय चिकित्सकीय समिति के तीन सदस्यीय पशु चिकित्सक दल और कानन के वन्य प्राणी चिकित्सक डॉ. चंदन ने मिलकर पोस्टमॉर्टम किया, जिसमें बाघ की मृत्यु का कारण हार्ट अटैक पाया गया।

सीसीटीवी फुटेज से खुली घटना की टाइमलाइन

सफेद बाघ आकाश की अप्रत्याशित मौत पर किसी को विश्वास नहीं हो रहा था। इसी कारण वन अधिकारियों के निर्देश पर सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई। रिकॉर्डिंग में आकाश रात में केज के अंदर टहलते हुए दिखाई दिया और सुबह सात बजे भी वह स्वस्थ था। हालांकि, सुबह 8:51 बजे अचानक उसकी तबीयत बिगड़ी और 9:11 बजे वह जमीन पर गिर गया।

कानन में अब बचे केवल दो सफेद बाघ

आकाश की मौत के बाद कानन पेंडारी जू में अब केवल दो सफेद बाघ – बाघिन सिद्धी और उसकी शावक ईशा – ही बचे हैं। इस दुखद घटना से कहीं न कहीं जू प्रबंधन की व्यवस्था पर भी सवाल उठते हैं, क्योंकि जिस समय बाघ की तबीयत बिगड़ी, उस वक्त मौके पर कोई मौजूद नहीं था। यदि किसी कर्मचारी की तैनाती होती, तो शायद उसकी जान बचाने का प्रयास किया जा सकता था।

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राजेंद्र देवांगन (प्रधान संपादक)