कोंडागांव : आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सुपरवाइजर पर लगाए भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप, जांच की मांग

राजेंद्र देवांगन
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कोंडागांव, 4 जून 2025: छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने फरसगांव-बड़ेडोंगर क्षेत्र की सुपरवाइजर रमा देवी पटेल पर भ्रष्टाचार और मनमानी के गंभीर आरोप लगाए हैं। कार्यकर्ताओं का दावा है कि सुपरवाइजर सरकारी सामग्री का निजी उपयोग कर रही हैं और कर्मचारियों के साथ अनुचित व्यवहार कर रही हैं।

सरकारी सामग्री के दुरुपयोग का आरोप

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने बताया कि सुपरवाइजर ने 10,000 रुपये की लागत से प्लास्टिक टेबल खरीदने का दावा किया, लेकिन यह सामग्री केंद्रों तक नहीं पहुंची। इसके अलावा, एक आंगनबाड़ी केंद्र की बड़ी अलमारी को सुपरवाइजर ने अपने घर ले जाने का आरोप भी लगाया गया है। कार्यकर्ताओं ने सुपरवाइजर पर रिश्वतखोरी और मनमानी का भी आरोप लगाया है।

दिव्यांग और बीमार कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार

आरोपों में यह भी शामिल है कि सुपरवाइजर ने दिव्यांग और बीमार कर्मचारियों के साथ अमानवीय व्यवहार किया। एक पैर से दिव्यांग सहायिका यशोदा बेन को कई महीनों से मानदेय नहीं दिया गया। इसी तरह, ऑपरेशन के बाद ट्रॉली से काम पर आने वाली कार्यकर्ता सती को चार महीने से वेतन नहीं मिला। सहायिका स्मृति साहू का मेडिकल अवकाश के बाद भी वेतन रोक दिया गया। वहीं, हेमवती, जिन्होंने आंख के ऑपरेशन के बावजूद मुंबई ट्रायल में काम किया, को दो महीने का भुगतान नहीं किया गया।

कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन, उग्र आंदोलन की चेतावनी

जिला आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका संघ की अध्यक्ष पुष्पा राय ने सुपरवाइजर की मनमानी के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। पुष्पा राय ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो कार्यकर्ता उग्र आंदोलन करेंगे।

प्रशासन ने दी कार्रवाई की गारंटी

महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला अधिकारी अश्वन बिस्वाल ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू करने की बात कही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जांच में दोषी पाए जाने पर सुपरवाइजर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।


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राजेंद्र देवांगन (प्रधान संपादक)