अंबिकापुर में चोरी के शक पर युवक और महिलाओं से की गई अमानवीय मारपीट, बंधक बनाकर पीटा गया

राजेन्द्र देवांगन
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अंबिकापुर, छत्तीसगढ़।

सद्भावना ग्राम तकिया में शुक्रवार को मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। चोरी के शक में कुछ युवकों ने किराए के मकान में रहने वाले एक परिवार के साथ बेरहमी से मारपीट की। पीड़ितों में न सिर्फ युवक, बल्कि महिलाएं भी शामिल थीं, जिन्हें बंधक बनाकर बुरी तरह पीटा गया। मामला अब पुलिस के संज्ञान में आने के बाद जांच के दायरे में है।


चोरी का आरोप लगाकर घर में घुसे, लाठी-डंडों से पीटा

जानकारी के अनुसार, तकिया इलाके में किराए पर रहने वाले शाहिद हुसैन, उनकी पत्नी पारूल कश्यप, भाई वाहिद हुसैन, मां शबाना खातून और अन्य परिजनों के साथ यह क्रूरता की गई। पड़ोसी रमजान, आतिक, छोटू और अन्य कुछ युवकों ने बिना किसी पुख्ता सबूत के इन पर लाखों रुपये नकद और सोने-चांदी की चोरी का आरोप लगाया और सीधे घर में घुसकर हमला कर दिया।


हाथ-पैर बांधकर बेरहमी से की गई पिटाई, महिलाओं के साथ भी अमानवीय बर्ताव

आरोपियों ने वाहिद हुसैन और अन्य पुरुषों को घर से बाहर खींच कर लाठी-डंडों से पीटा और उनके हाथ-पैर बांध दिए। महिलाओं को भी नहीं बख्शा गया। उन्हें बकरी बांधने वाले कमरे में बंद कर दिया गया और मारपीट की गई। पीड़ित महिलाओं ने बताया कि आरोपियों ने उनके साथ अभद्रता की और शारीरिक छेड़छाड़ (बैड-टच) जैसा अमानवीय व्यवहार किया।


घटना के समय मौजूद थे गवाह, भीड़ ने नहीं की मदद

इस दौरान गोधनपुर निवासी मंजीत सिंह और कुछ अन्य लोग भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे, जिन्हें भी हमलावरों ने निशाना बनाया। घटनास्थल पर मौजूद भीड़ मूकदर्शक बनी रही और किसी ने पीड़ितों की मदद नहीं की।


पुलिस की तत्परता से मिली राहत, घायल अस्पताल में भर्ती

घटना की सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और पीड़ितों को आरोपियों के चंगुल से मुक्त कराया। कमरे में बंद महिलाओं को बाहर निकाला गया और सभी घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। पीड़ितों के सिर और शरीर पर गंभीर चोटें आई हैं, कई महिलाओं को टांके भी लगे हैं।


आरोपियों के खिलाफ दर्ज हुई शिकायत, जांच जारी

शनिवार को पीड़ित परिवार ने कोतवाली थाने में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई, जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि आरोपियों के घर से जेवर और नकदी चोरी हुई थी, जिसके शक में उन्होंने बिना किसी सबूत के किरायेदार परिवार को अपना निशाना बनाया।


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