अयोध्या के राम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। 14 अप्रैल (सोमवार) की रात राम जन्मभूमि ट्रस्ट को एक ई-मेल आया था। इसमें लिखा है- बढ़ा लो मंदिर की सुरक्षा। ट्रस्ट के अकाउंट अफसर महेश कुमार ने मंगलवार को पुलिस की साइबर सेल में केस दर्ज कराया है।
धमकी मिलने के बाद जन्मभूमि परिसर और आसपास के इलाकों में सुरक्षा बलों की गश्त बढ़ा दी गई है। इलेक्ट्रॉनिक निगरानी प्रणाली को एक्टिव किया गया है। पुलिस ने मंदिर के पास सर्च ऑपरेशन चलाया।
वहीं, बाराबंकी, चंदौली और अलीगढ़ समेत कई जिलों के जिलाधिकारियों को भी धमकी भरा ई-मेल आया है। इसमें DM ऑफिस को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। ये सभी मेल तमिलनाडु से भेजे गए हैं।
यह तस्वीर रामपथ की है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से उनके दर्शन के लिए रोज जबरदस्त भीड़ उमड़ती है।
तमिलनाडु की साइबर सेल को भी एक्टिव किया गया संदिग्ध ई-मेल की सूचना मिलते ही तमिलनाडु की साइबर सेल को भी अलर्ट कर दिया गया है। जिससे ई-मेल भेजे जाने की सटीक लोकेशन और इसके पीछे मौजूद शातिर की पहचान की जा सके। बता दें कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से कई बार धमकी मिल चुकी है। खालिस्तानी आतंकी पन्नू भी कई बार धमकी दे चुका है।
अयोध्या पुलिस प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी अफवाह से बचें। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत प्रशासन को दें।
जन्मभूमि ट्रस्ट के अकाउंट अफसर महेश कुमार ने यही FIR दर्ज कराई है।
3 मार्च को अयोध्या के अब्दुल को बम के साथ पकड़ा गया था।
अयोध्या का रहने वाले अब्दुल रहमान को 3 मार्च को फरीदाबाद से पकड़ा गया था। वह राम मंदिर पर हैंड ग्रेनेड से हमला करने की साजिश कर रहा था। वह हैंड ग्रेनेड की डिलीवरी लेने के लिए अयोध्या से फरीदाबाद गया था। वह साजिश को अंजाम दे पाता, इससे पहले ही पकड़ा गया। सुरक्षा एजेंसियों को पूछताछ के बाद पता चला कि अब्दुल रहमान ISI के इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस (ISKP) मॉड्यूल से जुड़ा हुआ था।
जब अब्दुल रहमान को पकड़ा गया, तो उसके पास 2 हैंड ग्रेनेड भी थे। ये उसे ISI के हैंडलर ने दिए थे। गुजरात ATS ने बताया था- अब्दुल रहमान के सोशल मीडिया के जरिए आतंकवादी संगठन से जुड़े होने की जानकारी सामने आई थी।
मंदिर को बम से उड़ाने की कई धमकियां मिल चुकी हैं
- 22 अगस्त 2024- श्रीरामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के हेल्प डेस्क मोबाइल नंबर पर वॉट्सऐप के माध्यम से धमकी दी गई थी। धमकी भरे संदेश में लिखा गया, ‘बहुत जल्द वे मंदिर को नष्ट कर देंगे और मस्जिद बनाएंगे…, मंदिर को 4000 किलो RDX से नष्ट कर दिया जाएगा…।’ इस मामले में UP ATS ने 14 सितंबर को बिहार के भागलपुर से मोहम्मद मकसूद नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया था। प्रारंभिक पूछताछ में मालूम हुआ कि मकसूद राम मंदिर निर्माण से गुस्सा था।
- 28 मई 2024- पहले एक ID से इंस्टाग्राम पर पोस्ट की गई। फिर 112 पर कॉल आई। राम मंदिर को उड़ाने की धमकी मिलते ही पुलिस ने साइबर एक्सपर्ट और सर्विलांस टीम को तुरंत एक्टिव किया। दहशत न फैले, इसलिए पुलिस ने अंदरखाने जांच की। जांच में धमकी देने वाले की लोकेशन कुशीनगर की निकली। पुलिस ने धमकी देने वाले बलुआ तकिया क्षेत्र के रहने वाले एक 16 साल के किशोर को हिरासत में लेकर पूछताछ की। शुरुआती जांच में पता चला कि नाबालिग मानसिक तौर पर स्वस्थ नहीं है।
- 11 नवंबर, 2024- खालिस्तानी आतंकी और सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के चीफ गुरपतवंत सिंह पन्नू ने राम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी दी थी। कहा था- हम हिंदुत्ववादी विचारधारा की जन्मस्थली अयोध्या की नींव हिला देंगे।
राम मंदिर के आसपास ड्रोन उड़ाने की परमिशन नहीं राम मंदिर और आसपास ड्रोन प्रतिबंधित है। ड्रोन उड़ाने के लिए प्रशासन से अनुमति लेनी पड़ती है। यहां तक की राम मंदिर के ऊपर से विमान उड़ाने तक की अनुमति नहीं है। राम मंदिर की सुरक्षा की जिम्मेदारी SSF यानी स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स के हाथों में हैं। 200 जवान मंदिर की सुरक्षा में तैनात हैं।
अयोध्या में NSG हब बनाने की तैयारी 22 जनवरी, 2024 को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद से हर दिन करीब डेढ़ लाख श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। मंदिर पर आतंकी हमले को लेकर धमकियां भी मिलती रहती हैं। ऐसे में अयोध्या की सुरक्षा को पूरी तरह दुरुस्त करने के लिए यहां NSG का हब बनाने की तैयारी है।
NSG यूनिट विशेष हथियार (स्पेशलाइज्ड वेपन) और एंटी ड्रोन तकनीक से लैस होगी। मंदिर परिसर में 11 करोड़ की लागत से इंट्रीग्रेटेड कंट्रोल सेंटर बनाया जा रहा है। इसमें पुलिस, CRPF, SSF और खुफिया संगठनों के बैठने की व्यवस्था होगी।