मुंगेली नगर पालिका अध्यक्ष रोहित शुक्ला द्वारा पीआईसी का गठन किये अभी एक सप्ताह भी नहीं हुआ और उपाध्यक्ष सहित 3 भाजपा पार्षदों ने पीआईसी से आज इस्तीफा दे दिया हैं। भाजपा के एक पार्षद द्वारा व्हाट्सएप के एक ग्रुप में नपा उपाध्यक्ष जयप्रकाश मिश्रा के लेटरपेड में लिखित 3 पार्षदों जिसमे जय प्रकाश मिश्रा उपाध्यक्ष नगर पालिका परिषद मुंगेली, पार्षद मोहन मल्लाह, पार्षद जितेन्द्र दावड़ा का नाम शामिल था, इस्तीफा पावती वाला फ़ोटो पोस्ट किया गया, लेकिन इस पावती में एक भाजपा जितेंद्र दावड़ा का हस्ताक्षर नहीं था, कुछ देर बाद भाजपा पार्षद ने वह पोस्ट मिटा दिया, उसके थोड़े देर बाद फिर नपा उपाध्यक्ष के लेटरपेड में इस्तीफा पावती वाली फ़ोटो पोस्ट किया जिसमें जितेंद्र दावड़ा का हस्ताक्षर था। सोशल मीडिया इस इस्तीफा वाले लेटरपेड के जारी होते ही कईयों का कहना हैं
आखिरकार नगर पालिका में शुरू हुई राजनीति…
पार्षद जितेंद्र दावड़ा अभी किसी कारणवश प्रदेश के बाहर हैं तो उसका हस्ताक्षर कैसे हो गया ? खैर इसमें नपा उपाध्यक्ष या अन्य पार्षद या भाजपा नेताओं द्वारा यह जवाब भी दिया जा सकता हैं कि यह इस्तीफा वाला लेटरपेड पहले से टाइपिंग और हस्ताक्षर करवा लिया गया था। फिलहाल सच्चाई क्या है यह इस्तीफा देने वाले ही बता सकते हैं।
राजनीतिक वर्चस्व की लड़ाई में नगर विकास को लग सकता हैं ग्रहण
पीआईसी से भाजपा पार्षदों के इस्तीफे के बाद नगरवासियों का कहना हैं कि अब मुंगेली नगर पालिका में राजनीतिक वर्चस्व की लड़ाई शुरू हो गई, जिसका खामियाजा नगर को उठाना पड़ सकता हैं। हालांकि पार्षद जितेंद्र दावड़ा द्वारा बताया गया कि वह अभी छत्तीसगढ़ से बाहर हैं, और बाहर जाने के पहले ही इस्तीफा वाले लेटरपेड में उन्होंने हस्ताक्षर कर दिया था

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