
मेले में बच्चों के लिए झूला, खेलकूद और छत्तीसगढ़ी व्यंजन जैसे उखरा भी उपलब्ध थे, जिससे सभी उम्र के लोग आनंदित हो सके। व्यापारी भी अपनी दुकानों के माध्यम से विभिन्न प्रकार के खिलौने और सामान बेच रहे थे, जिससे बाजार में रौनक थी। आसपास के गांव और मुंगेली शहर के लोग इस मेले में बहुत बड़ी संख्या में शामिल हुए, जिससे यह आयोजन और भी खास बन गया।


