बिलासपुर। कांग्रेस के महापौर प्रत्याशी प्रमोद नायक के निर्वाचन अभिकर्ता चंद्रहास नायक ने आज ज़िला निर्वाचन अधिकारी ए आर कुरुवंशी जी से लिखित शिकायत करते हुए, मांग की है कि निष्पक्ष रूप से कस्टमाइजेशन का काम कराया जाए एवं हमारे कार्यकर्ता के साथ अभद्रपूर्ण व्यवहार करने वाले एआरओ देवांगन पर कार्यवाही हो।
आज कोनी स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज के स्ट्रांग रूम में कस्टमाइजेशन का काम हो रहा था, जिसके लिए महापौर प्रत्याशी प्रमोद नायक की ओर से गए कार्यकर्ता के साथ धक्का मुक्की करने का विरोध अभिकर्ता चंद्रहास नायक द्वारा किया गया।
6 कमरो में ईवीएम मशीने रखी हुई है, जिसके कक्ष क्रमांक 4 में जब हमारे कार्यकर्ता गए तो देखा कि कंप्यूटर में ऑनलाइन वर्क किया जा रहा है, जब ऑपरेटर से उस ने पूछा कि आप क्या काम कर रहे है तो ऑपरेटर ने जवाब दिया कि तुम कौन होते हो पूछने वाले ? तब उसने कहा कि मैं महापौर प्रत्याशी प्रमोद नायक की ओर से आया हूं और मुझे जानने का अधिकार है।

तब उस ऑपरेटर ने बताया कि वह ऑनलाइन जन्म प्रमाण पत्र अपलोड कर रहा है, जिसका विरोध करते हुए एआरओ देवांगन से शिकायत करने गया, तब आरओ देवांगन ने उल्टे उनसे ही बेअदबी करते हुए उनका मोबाइल छीनकर उसे कंधे पर दबोच कर चार पांच अधिकारियों के साथ कमरे से बाहर निकाल दिया, जब उस ने प्रतिकार किया तो ए आर ओ देवांगन ने जेल भेजने की धमकी देते हुए कहा कि मैं तुम्हे जेल में डाल दूंगा, तुम मेरा कुछ नही बिगाड़ सकते ।
सभी 6 कमरो में जहां ईवीएम मशीने रखी गई है दो दो कंप्यूटर रखे गए है।
एक कंप्यूटर में टाइपिंग की जा रही है और दूसरे कंप्यूटर से ऑनलाइन कार्य किया जा रहा है, जो कि गैर कानूनी और आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है, क्योकि कस्टमाइजेशन की जगह दूसरे विभाग का काम किया जा रहा है । चुनाव के कार्य की जगह दूसरे विभाग का कार्य किसके कहने पर और क्यो किया जा रहा है? क्या ये सही है?
ये कृत्य आदर्श आचार संहिता के विपरीत व्यवहार है, ए आरओ देवांगन से उस ऑपरेटर के नाम पूछने पर कहा गया नही बताएंगे जो करना है कर लेना ऐसा बोलकर पुलिस से धक्का-मुक्की करके बाहर निकाल दिया गया । अभिकर्ता
चंद्रहास नायक ने जिला निर्वाचन अधिकारी से मांग की है कि कस्टमाइजेशन का शेष काम वीडियो ग्राफी के साथ कराया जाए और ये भी जानकारी दी जाए कि जो कंप्यूटर अंदर में रखे गए है उनका उपयोग क्या है और उसने क्या क्या कार्य किया जा सकता है। ताकि निष्पक्ष रुप से कस्टमाइजेशन का काम हो सके ,और मैं हमारे कार्यकर्ता के साथ जो दुर्व्यवहार किया गया है ,उसका लिखित शिकायत कर रहा हूं। जिसकी निष्पक्षता के साथ जांच करे।

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