राजनीतिक हलचल तेज, टिकट वितरण में असंतोष बना कारण
छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव 2025 को लेकर सियासी सरगर्मियां चरम पर हैं। भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और अन्य राजनीतिक दल अपनी पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान में उतर चुके हैं। नेता और कार्यकर्ता घर-घर जाकर जनसंपर्क कर रहे हैं, वहीं बिलासपुर की राजनीति में एक बड़ा उलटफेर देखने को मिला है।
कांग्रेस को तगड़ा झटका, असंतुष्ट नेता हुए भाजपा में शामिल
बिलासपुर में कांग्रेस को बड़ा राजनीतिक नुकसान उठाना पड़ा है, जहां लाल्टू घोष समेत छह प्रमुख नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है। इन नेताओं के पार्टी छोड़ने का कारण टिकट वितरण को लेकर गहरा असंतोष बताया जा रहा है। पार्टी के आंतरिक विवाद और निर्णय प्रक्रिया से नाराज इन नेताओं ने आखिरकार कांग्रेस का साथ छोड़ने का फैसला किया।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने इन नेताओं को विधिवत रूप से भाजपा में शामिल कराया। कांग्रेस में उठ रही विरोध की आवाजों के चलते इस दलबदल की संभावना पहले ही जताई जा रही थी।
11 फरवरी को मतदान, 15 फरवरी को आएंगे नतीजे
राज्य के 10 नगर निगमों समेत सभी नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के चुनाव के लिए मतदान 11 फरवरी को कराया जाएगा। इसके बाद 15 फरवरी को चुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे। निकाय चुनाव संपन्न होते ही राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी, जिसके लिए राजनीतिक दल अपनी तैयारियों में जुट चुके हैं।
इस घटनाक्रम से स्पष्ट है कि छत्तीसगढ़ के राजनीतिक परिदृश्य में लगातार बदलाव हो रहे हैं और आने वाले चुनावों में इसका प्रभाव स्पष्ट रूप से देखा जा सकेगा।

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