मछली पालन कर आत्मनिर्भर बनी समूह की महिलाएं

राजेन्द्र देवांगन
2 Min Read

मुंगेली:  मुख्यमंत्री  विष्णुदेव साय के मंशानुरूप और कलेक्टर  राहुल देव के मार्गदर्शन में महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, जिसका सकारात्मक परिणाम जिले में देखने को मिल रहा है। मुंगेली विकासखण्ड के ग्राम शुक्लाभाठा-विचारपुर के सखी सहेली स्व सहायता समूह की महिलाएं शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाकर आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम बढ़ा रही हैं। उनके इस प्रयास से न केवल उनकी जीवनशैली में सुधार हुआ है, बल्कि वे अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा भी बन रही हैं। इस समूह की महिलाओं ने मछली पालन को अपना व्यवसाय चुना है।

उन्होंने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़कर सेतगंगा ग्रामीण बैंक से पहले एक लाख रुपए का ऋण लिया। इसके बाद व्यवसाय को विस्तार देने के लिए दो लाख और तीन लाख रुपए के ऋण की मदद ली, जिससे उन्होंने कुल 06 लाख रुपए का ऋण लेकर चार डबरी में मछली पालन के व्यवसाय को आगे बढ़ाया। इसके परिणामस्वरूप उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है।

   समूह की अध्यक्ष श्रीमती पुष्पा बाई गबेल ने बताया कि पहले सभी महिलाएं केवल खेती-बाडी पर निर्भर थीं। खेती में कम आमदनी होने के कारण घर की जरूरी सामग्रियों को क्रय करने, बच्चों की पढ़ाई के लिए पैसे की पूर्ति नहीं हो पाती थी, लेकिन समूह से जुड़ने के बाद उन्होंने अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने का प्रयास शुरू किया। उन्हें शासन से चक्रीय निधि के तहत 15,000 रुपए का अनुदान भी प्राप्त हुआ। फिर बैंक से ऋण लेकर वे अपने व्यवसाय को धीरे-धीरे बढ़ाती गईं और अब उनकी आर्थिक स्थिति में महत्वपूर्ण सुधार हुआ है।

पुष्पा बाई ने इस सफलता के लिए मुख्यमंत्री, कलेक्टर और जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया। इन महिलाओं की कहानी न केवल उनकी आत्मनिर्भरता का प्रतीक है, बल्कि यह अन्य महिलाओं के लिए भी प्रेरणादायक है, जो अपने जीवन को बदलने के लिए प्रयासरत हैं।

Share This Article