सुकमा जिले में नक्सलियों का आत्मसमर्पण: 3 नक्सलियों ने समाज की मुख्यधारा में जुड़ने की ली शपथ
सुकमा (5 जनवरी, 2025): छत्तीसगढ़ शासन की “छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति” और “नियद नेल्ला नार” योजना से प्रभावित होकर, सुकमा जिले में सक्रिय 3 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। यह कदम पुलिस की बढ़ती प्रभावशीलता और अति संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा कैम्पों की स्थापना के बाद उठाया गया।
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के नाम:
- मड़कम जोगा (मेट्टागुड़ा आरपीसी जनताना सरकार अध्यक्ष)
- उम्र: 37 वर्ष, निवासी: मरकनगुड़ा बड़ापारा, थाना पामेड़, जिला बीजापुर
- माड़वी हिड़मा (दुलेड़ आरपीसी मिलिशिया इनचीफ)
- उम्र: 27 वर्ष, निवासी: ताड़मेटला स्कूलपारा, थाना चिंतागुफा, जिला सुकमा
- अवलम/सलवम देवा (जोनागुड़ा आरपीसी सीएनएम उपाध्यक्ष)
- उम्र: 35 वर्ष, निवासी: जोनागुड़ा, थाना जगरगुंडा, जिला सुकमा
इन नक्सलियों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय, सुकमा में श्री भास्कर भट्टाचार्य, उप कमाण्डेंट 02 री वाहिनी सीआरपीएफ और निरीक्षक रोशन सिंह राजपूत, प्रभारी नक्सल सेल सुकमा के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया।
आत्मसमर्पण के लिए प्रेरणा देने में महत्वपूर्ण भूमिका:
- मड़कम जोगा को 02 री वाहिनी सीआरपीएफ के कार्मिकों ने प्रेरित किया।
- माड़वी हिड़मा को नक्सल सेल टीम ने आत्मसमर्पण के लिए प्रेरित किया।
- अवलम देवा को विशेष आसूचना शाखा सुकमा के कर्मचारियों ने प्रेरित किया।
इन आत्मसमर्पित नक्सलियों को छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति के तहत प्रोत्साहन राशि और अन्य सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
पुलिस और सुरक्षाबल की बढ़ती प्रभावशीलता और नक्सलियों के अमानवीय कृत्यों के प्रति असंतोष ने इस आत्मसमर्पण को संभव बनाया है।