छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए कोमटपल्ली गांव में 62 फीट ऊंचे नक्सली स्मारक को ध्वस्त कर दिया। इसके अलावा सर्च ऑपरेशन के दौरान जंगल में छुपाकर रखे गए हथियार बनाने के उपकरण और अन्य सामग्री भी बरामद की गई है। यह ऑपरेशन नक्सलियों के कोर इलाकों में उनकी सक्रियता पर बड़ी चोट मानी जा रही है।
सुरक्षाबलों ने दिया करारा जवाब
तर्रेम थाना क्षेत्र के कोमटपल्ली गांव में नक्सलियों द्वारा बनाए गए 62 फीट के स्मारक को ध्वस्त करने की कार्रवाई सोमवार को की गई। यह इलाका नक्सलियों का गढ़ माना जाता है। ऑपरेशन में डीआरजी, एसटीएफ, कोबरा, बीडीएस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने हिस्सा लिया।
ऑपरेशन का नेतृत्व:
इस अभियान का नेतृत्व उप महानिरीक्षक (सीआरपीएफ ऑप्स सेक्टर) देवेंद्र सिंह नेगी, एसपी जितेंद्र कुमार यादव, कोबरा 210 कमांडेंट अशोक कुमार, कोबरा 205 के नरेश पवार, एएसपी मयंक गुर्जर, और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने किया।
हथियार बनाने का सामान बरामद
सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन के दौरान जंगल के चट्टानों के बीच नक्सलियों द्वारा छुपाए गए हथियार बनाने के उपकरण बरामद किए।
बरामद सामग्री में शामिल हैं:
- वेल्डिंग मशीन मय नोजल
- ऑक्सीजन सिलेंडर
- गैस वेल्डिंग में उपयोग होने वाला पाउडर (8 डिब्बे)
- 1 नग इन्वर्टर
- 5 नग स्टेबलाइजर
- 3 नग स्टील कंटेनर
- 3 नग कमर्शियल मोटर
- 3 नग ब्लोअर मशीन
- 200 नग वेल्डिंग रॉड
- लोहे के छोटे-बड़े टुकड़े
- 65 नग इलेक्ट्रिक स्विच
- रायफल सिलिंग (8 नग)
- खाली मैग्जीन (3 नग)
- अन्य उपकरण
कैम्प स्थापना के बाद बढ़ा अभियान
हाल ही में जिले के वाटेवागु में नया फोर्स कैम्प स्थापित किया गया है। इसके बाद क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ अभियान तेज कर दिया गया है। सुरक्षाबलों की त्वरित कार्रवाई से नक्सलियों को बड़ा झटका लगा है।
नक्सलियों के खिलाफ अभियान तेज
सुरक्षाबलों की इस कार्रवाई से यह साफ संदेश गया है कि नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा। नक्सलियों के गढ़ में इस तरह की सक्रियता से उनकी ताकत पर अंकुश लगाने की दिशा में यह कदम काफी प्रभावशाली साबित होगा।
इस ऑपरेशन ने यह साबित कर दिया कि सुरक्षाबल नक्सलवाद के खात्मे के लिए प्रतिबद्ध हैं और ऐसी कार्रवाइयां भविष्य में भी जारी रहेंगी।
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