छत्तीसगढ़ में एक बार फिर कांग्रेस पार्टी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी में है। प्रदेश भर से धान खरीदी केन्द्रों में किसानों की दिक्कतों और सरकार के रवैये के खिलाफ कांग्रेस आंदोलन करेगी, 10 दिसंबर को धरना प्रदर्शन करेगी।
पीसीसी चीफ ने इसको लेकर प्रदेश के सभी जिला और ब्लॉक के अध्यक्षों के लिए निर्देश जारी किया है।कांग्रेस पार्टी ब्लॉक लेवल पर प्रदर्शन की तैयारी कांग्रेस पार्टी इस बार ब्लॉक लेवल पर प्रदर्शन की तैयारी में है, पीसीसी चीफ दीपक बैज ने प्रदेश भर के ब्लॉक मुख्यालयों धरना देने को कहा है।
आंदोलन के बाद राज्यपाल के नाम ज्ञापन भी सौंपे जाएंगे। इससे पहले प्रदेश के सभी धान खरीदी केन्द्रों में निरीक्षण के बाद मिली रिपोर्ट के बाद इस मुद्दे पर रणनीति तय की गई है।सभी सीनियर नेता होंगे शामिल बैज ने सभी सीनियर नेताओं, विधायक, पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक समेत पदाधिकारियों को भी अपने अपने ब्लॉक में होने वाले आन्दोलन में शामिल होने को कहा है।
इससे पहले 3 दिसंबर को भी धान खरीदी केंद्र चलो अभियान भी शुरू किया था, इसके तहत कांग्रेस नेता लगातार अलग-अलग धान खरीदी केंद्र निरीक्षण करने पहुंच रहे थे।3217 रुपए देने का बनाएगी दबाव आंदोलन में कांग्रेस याद दिलाएगी कि भाजपा ने संकल्प पत्र में प्रति क्विंटल 3100 रुपए देने की गारंटी दी थी। अब समर्थन मूल्य में 117 रुपए बढ़ोतरी के साथ 3217 रुपए देने का दबाव बनाया जाएगा।
अभी किसानों को सिर्फ 2300 प्रति क्विंटल ही खाते में आ रहा है। इधर बीज उत्पादकों से भी धान खरीदने की मांग उठाई जाएगी।सरकार कम से कम धान खरीदी में जुटी धान खरीदी को लेकर कांग्रेस का कहना है कि एप में स्पष्ट है कि टोकन 15 जनवरी की स्थिति में 60 फीसदी तक भरा हुआ है जबकि 31 जनवरी अंतिम मियाद है।
बड़े और मध्यम किसान धान नहीं बेच पाए हैं। उन्होंने मांग उठाई कि रोजाना खरीदी की लिमिट के साथ अवधि 15 दिन और बढ़ाई जाए। तभी सब किसान धान बेच पाएंगे। सरकार कम से कम धान खरीदी की कोशिश कर रही है।
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