बीजापुर में लाखों के मोस्ट वांटेड नक्सलियों ने सरेंडर किया है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के सर पर 1 लाख से लेकर 8 लाख रुपये तक इनाम था। छत्तीसगढ़ सरकार की आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर नक्सलियों ने हथियार छोड़ने का फैसला लिया है। आठ-आठ लाख के इनामी सहित पच्चीस माओवादियों ने पुलिस के समक्ष सरेंडर किया।पुलिस के मुताबिक शाबमति मडकम, ज्योति पुनेम्, महेश तेलम पे 8 लाख, विष्णु कत्तम पे तीन लाख, जयदेव पोडियम पे एक लाख का इनाम घोषित है। पुलिस पार्टी पर एंबुश लगाकर फायरिंग,मार्ग अवरुद्ध,IED विस्फोट,हत्या, स्पाइक होल लगाने की घटना में शामिल थे ।
संगठन में कार्यों की उपेक्षा करने,भेदभावूर्ण व्यवहार से त्रस्त होकर शासन की नीतियों से प्रभावित होकर पुलिस के समक्ष किया आत्मसमर्पण।आत्मसमर्पण करने पर इन्हें पुनर्वास नीति के तहत 25000 – 25000 रुपए प्रोत्साहन राशि प्रदान किया गया।आपको बता दें कि इससे पहले बीजापुर जिले में नक्सलियों ने दो युवकों की हत्या कर दी है।
इस हत्या का तरीका भी खतरनाक अपनाया। नक्सलियों ने यहाँ एक भैरमगढ़ के जैगूर जंगल में जनअदालत लगाई और खुद जज बन गए। इसके बाद पुलिस के लिए मुखबिरी करने का आरोप लगाकर दो युवकों की हत्या कर दी। इतना ही नहीं नक्सलियों ने इस घटना को लेकर बाकायदा पर्चा जारी किया और हत्या की जिम्मेदारी ली। घटना बीजापुर के भैरमगढ़ के जैगूर जंगल की है। यहीं पर नक्सलियों ने जनअदालत लगाई और सुनवाई के दौरान 2 युवकों को ग्रामीणों के सामने बंधक बनाया। इसके बाद दूसरे दिन की सुबह युवकों की लाश बरामद की गई। इसके बाद नक्सलियों ने भैरमगढ़ एरिया कमेटी के जरिए एक पर्चा जारी किया और उन युवकों की हत्या की जिम्मेदारी ली। पर्चे को भारत की कम्यूनिस्ट पार्टी (माओवादी) के नाम से जारी किया गया।
मोहम्मद रज्जब बिलासपुर 9755114786