विकास मरकाम ने कहा – “यह आदिवासी नेतृत्व को बदनाम करने की सुनियोजित कोशिश”
क्या है मामला?
जगदलपुर सर्किट हाउस के एक कर्मचारी ने आरोप लगाया है कि वन मंत्री और भाजपा नेता केदार कश्यप ने उनके साथ मारपीट की और गाली-गलौज की। कर्मचारी की पत्नी ने भी मीडिया से बातचीत में यही आरोप दोहराए हैं।
कांग्रेस की स्क्रिप्टेड नौटंकी: मरकाम
छत्तीसगढ़ आदिवासी स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधीय पादप बोर्ड के अध्यक्ष विकास मरकाम ने मंत्री कश्यप का समर्थन करते हुए इन आरोपों को पूरी तरह निराधार और मनगढ़ंत बताया।
उन्होंने कहा –
“वायरल वीडियो में साफ दिखता है कि कर्मचारी से जबरन बयान दिलवाया गया। यह कांग्रेस की स्क्रिप्टेड नौटंकी है।”
आदिवासी नेतृत्व को बदनाम करने का आरोप
मरकाम ने कांग्रेस पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि विपक्ष लगातार आदिवासी नेतृत्व को अपमानित करने की रणनीति पर काम कर रहा है।
उन्होंने याद दिलाया कि —
- पहले आदिवासी नेता विष्णुदेव साय का कार्टून बनाकर मज़ाक उड़ाया गया।
- फिर उनके चेहरे पर गोबर फेंका गया।
- और अब केदार कश्यप पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं।
मरकाम ने कहा कि यह घटनाएं साबित करती हैं कि कांग्रेस को आदिवासी नेतृत्व से चिढ़ है और वह उन्हें हर बार बदनाम करने की कोशिश करती है।
“सेवा और संयम की मिसाल हैं कश्यप”
मरकाम ने मंत्री केदार कश्यप के लंबे राजनीतिक जीवन का हवाला देते हुए कहा कि वे हमेशा विनम्र और सेवाभाव रखने वाले नेता रहे हैं।
“कांग्रेस मुद्दों के अभाव में अब झूठे वीडियो और जबरन बयान का सहारा लेकर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है।”
कांग्रेस से मांगी माफी
मरकाम ने कहा कि बस्तर और सरगुजा में कांग्रेस की चुनावी हार से उपजी हताशा का नतीजा यह नया विवाद है। उन्होंने मांग की कि दीपक बैज और भूपेश बघेल आदिवासी समाज से सार्वजनिक रूप से माफी मांगें, अन्यथा आने वाले समय में समाज इसका करारा जवाब देगा।
मंत्री आज रखेंगे पक्ष
सर्किट हाउस विवाद पर मंत्री केदार कश्यप आज भाजपा जिला कार्यालय चितालंका (दंतेवाड़ा) में मीडिया से चर्चा करेंगे।
इस दौरान वे पूरे घटनाक्रम और उस पर उठे सवालों का जवाब देंगे।

