छत्तीसगढ़ की राजनीति में युवा चेहरा गुरु खुशवंत साहब मंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं। कल होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में खुशवंत साहब का भी चेहरा दिखेगा। यूं तो राजनीति में अक्सर दिग्गजों के बीच मुकाबला होता है, लेकिन 2023 के विधानसभा चुनाव में एक नया चेहरा सुर्खियों में आया — गुरु खुशवंत साहब। सिर्फ़ 34 साल की उम्र में विधायक बनकर उन्होंने यह साबित कर दिया कि युवाओं में राजनीति बदलने की ताक़त होती है। अब वो मंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं।
साधारण परिवार से शुरुआत Guru Khushwant Sahab Biography In Hindi
27 मार्च 1989 को रायपुर ज़िले के आरंग में जन्मे गुरु खुशवंत साहब एक सामान्य परिवार से आते हैं। उनके पिता बलदास गुरु ने हमेशा मेहनत और ईमानदारी की सीख दी। यही संस्कार साहब के व्यक्तित्व में भी दिखाई देते हैं।
एमटेक तक की पढ़ाईGuru Khushwant Sahab Biography In Hindi
गुरु खुशवंत साहब पढ़ाई में शुरू से ही होशियार रहे। उन्होंने इंजीनियरिंग की राह चुनी और 2017 में मैट्स यूनिवर्सिटी, गुल्लू (आरंग) से एम.टेक. की डिग्री हासिल की। पढ़ाई पूरी करने के बाद उनके सामने कई विकल्प थे, लेकिन उन्होंने राजनीति का रास्ता अपनाकर सीधे जनता के बीच जाने का निर्णय लिया।
कांग्रेस छोड़ भाजपा में रखा कदमGuru Khushwant Sahab Biography In Hindi
राजनीति का सफर उन्होंने कांग्रेस से शुरू किया, लेकिन 2023 के विधानसभा चुनाव से ठीक तीन महीने पहले बड़ा फ़ैसला लेते हुए कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। यह निर्णय उनके जीवन का टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ।
चुनावी मैदान में धमाकेदार एंट्रीGuru Khushwant Sahab Biography In Hindi
भाजपा ने साहब पर भरोसा जताते हुए उन्हें आरंग विधानसभा से प्रत्याशी बनाया। परिणाम ने सबको चौंका दिया। साहब ने कुल 94,039 वोट हासिल किए और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शिवकुमार डहरिया को 16,538 मतों के अंतर से हराया। इतनी बड़ी जीत ने उन्हें सीधे सुर्खियों में ला दिया। गुरु खुशवंत साहब अब सिर्फ़ एक विधायक नहीं, बल्कि आरंग के युवाओं और आम जनता के लिए नई उम्मीद बन गए हैं। उनकी पहचान एक शिक्षित, ऊर्जावान और साफ़ छवि वाले नेता की है, जो राजनीति में सकारात्मक बदलाव लाने की क्षमता रखते हैं।