रायगढ़, 27 अप्रैल 2025: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में कोतवाली पुलिस ने बाहरी राज्यों से आए लोगों के वेरिफिकेशन के लिए अभियान तेज कर दिया है। रविवार सुबह इंदिरा नगर और आसपास के मोहल्लों से करीब 50 लोगों को थाने लाया गया, जहां उनके आधार कार्ड, पहचान पत्र, और अन्य दस्तावेजों की जांच की जा रही है। इनमें अधिकांश लोग पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद और अन्य क्षेत्रों से आए मजदूर हैं, जो ठेकेदारी और अन्य कामों के लिए रायगढ़ में रह रहे हैं।
पहलगाम हमले के बाद पुलिस सतर्क
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद रायगढ़ पुलिस अलर्ट मोड पर है। पुलिस उन लोगों की जांच कर रही है जो बिना वेरिफिकेशन या मुसाफिरी दर्ज कराए शहर में रह रहे हैं। कोतवाली थाना प्रभारी सुखनंदन पटेल ने बताया कि जांच में अभी तक कोई संदिग्ध नहीं मिला है, लेकिन सभी के स्थायी पते और अन्य जानकारी की पड़ताल जारी है।
ठेकेदारों की लापरवाही
पुलिस के अनुसार, कबाड़, भवन निर्माण, और अन्य कार्यों के लिए ठेकेदार बाहरी राज्यों से मजदूर लाते हैं, लेकिन थाने में उनकी मुसाफिरी दर्ज नहीं कराते और न ही पुलिस वेरिफिकेशन कराया जाता। इस कारण कई लोग बिना किसी रिकॉर्ड के किराए के मकानों में रह रहे हैं। यह लापरवाही सुरक्षा के लिए खतरा बन सकती है, क्योंकि अपराधी भी ऐसी स्थिति का फायदा उठा सकते हैं।
पहले भी 37 पर कार्रवाई
इससे पहले 23 अप्रैल 2025 को पुलिस ने 37 लोगों को पकड़ा था, जो पहचान छिपाकर रायगढ़ में रह रहे थे। इनमें:
- 19 लोग पूंजीपथरा पुलिस ने पकड़े।
- 18 लोग कोतवाली पुलिस ने हिरासत में लिए।
जांच में पता चला कि ये लोग पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद और मालदा जिले के थे, जो चक्रधरनगर, पूंजीपथरा, गेरवानी, उर्दना, और भैंसाकोठा जैसे क्षेत्रों में किराए के मकानों में रह रहे थे। सभी ठेकेदारों के अधीन काम कर रहे थे, लेकिन मुसाफिरी दर्ज न होने और पहचान छिपाने के कारण उनके खिलाफ IPC की धारा 420 (धोखाधड़ी) और अन्य धाराओं में अपराध दर्ज किया गया था।
वेरिफिकेशन की प्रक्रिया
पुलिस आधार कार्ड मशीन से डेटा मिलान कर रही है और लोगों से उनके रायगढ़ में रहने का कारण, काम, और अन्य जानकारी ले रही है। वेरिफिकेशन फॉर्म भरवाए जा रहे हैं, और संदिग्ध पाए जाने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह अभियान रायपुर में हाल ही में 2,000 से अधिक बाहरी लोगों के वेरिफिकेशन के बाद शुरू हुआ, जहां पुलिस ने सुबह 4 बजे से बसों में लोगों को थानों में लाकर जांच की थी।
स्थानीय प्रभाव
यह अभियान रायगढ़ में बाहरी मजदूरों, खासकर पश्चिम बंगाल से आए लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है। कुछ लोग इसे सुरक्षा के लिए जरूरी मान रहे हैं, जबकि मजदूरों में डर का माहौल है। स्थानीय लोग और ठेकेदार अब वेरिफिकेशन प्रक्रिया को गंभीरता से लेने की बात कर रहे हैं।