रायपुर: गौ तस्करी का भंडाफोड़, गौ सेवकों ने पकड़ी 8 मवेशियों से भरी पिकअप, दो आरोपी हिरासत में

राजेंद्र देवांगन
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रायपुर, 27 अप्रैल 2025: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में अवैध मवेशी तस्करी का मामला सामने आया है। गौ सेवकों ने एक पिकअप गाड़ी में 8 मवेशियों को तस्करी के लिए ले जाते हुए पकड़ा और गाड़ी को विधानसभा थाने में सौंप दिया। गौ सेवकों का आरोप है कि इन मवेशियों को ओडिशा के कत्लखानों में ले जाया जा रहा था। पुलिस ने दो आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

घटना का विवरण

गौ सेवक समिति के अध्यक्ष आदिल्य यादव ने विधानसभा थाने में शिकायत दर्ज की। उनके मुताबिक, 27 अप्रैल 2025 की रात करीब 1 बजे उन्हें सूचना मिली कि गुढ़ियारी इलाके से एक पिकअप गाड़ी (संख्या CG-04-MS-6836) में 8 मवेशियों को भरकर सिलियारी होते हुए ओडिशा की ओर तस्करी के लिए ले जाया जा रहा है।

गौ सेवकों की कार्रवाई

सूचना के आधार पर गौ सेवकों ने रिंग रोड नंबर 3 के पास पिकअप गाड़ी की घेराबंदी की। ड्राइवर गाड़ी छोड़कर फरार हो गया, लेकिन गाड़ी में मौजूद दो लोगों—रोहित कुमार जांगड़े और धीरज सतनामी—को पकड़ लिया गया। गौ सेवकों ने गाड़ी और मवेशियों को विधानसभा थाने ले जाकर पुलिस के हवाले किया।

पुलिस की कार्रवाई

पुलिस ने गौ सेवकों की शिकायत पर रोहित कुमार जांगड़े और धीरज सतनामी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 325 (पशु क्रूरता) और छत्तीसगढ़ कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम 2004 की धारा 4, 6, और 10 के तहत FIR दर्ज की है। थाना प्रभारी ने बताया कि गाड़ी को जब्त कर लिया गया है और मवेशियों को नजदीकी गौशाला में भेजा गया है। फरार ड्राइवर की तलाश जारी है।

बरामद सामग्री

  • पिकअप गाड़ी (CG-04-MS-6836)
  • 8 मवेशी (जिनमें 6 गाय और 2 बछड़े शामिल हैं)
  • मवेशियों को बांधने के लिए इस्तेमाल की गई रस्सियां

पृष्ठभूमि और संदर्भ

  • पहले भी कार्रवाई: रायपुर में गौ तस्करी के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। जनवरी 2025 में आजाद चौक थाना क्षेत्र के मोमिनपारा में गौ मांस बेचने के आरोप में 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
  • विधानसभा में चर्चा: फरवरी 2024 में छत्तीसगढ़ विधानसभा में गौ तस्करी का मुद्दा गूंजा था, जहां कांग्रेस ने आमानाका थाना क्षेत्र में 100 से अधिक गायों को पकड़े जाने और 13 गायों की मौत का मामला उठाया था।
  • सुरक्षा पर जोर: हाल ही में पहलगाम (जम्मू-कश्मीर) में हुए आतंकी हमले के बाद पुलिस बाहरी लोगों और संदिग्ध गतिविधियों की सघन जांच कर रही है, जिसके तहत यह कार्रवाई भी की गई।

स्थानीय प्रभाव

गौ सेवकों की इस कार्रवाई से स्थानीय हिंदू संगठनों में उत्साह है, और उन्होंने पुलिस से तस्करों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। वहीं, कुछ लोग इसे सामुदायिक तनाव का कारण मान रहे हैं, क्योंकि तस्करी के मामले अक्सर संवेदनशील हो जाते हैं। गौ सेवक समिति ने मांग की है कि रायपुर में गौ तस्करी पर स्थायी रोक के लिए विशेष टास्क फोर्स बनाई जाए।

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राजेंद्र देवांगन (प्रधान संपादक)