इंदौर: महापौर पुष्यमित्र भार्गव की मांग—बांग्लादेशी घुसपैठियों और रोहिंग्या मुसलमानों को तुरंत डिपोर्ट करें

Babita Sharma
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इंदौर, 27 अप्रैल 2025: इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने रविवार को मीडिया से बातचीत में बांग्लादेशी घुसपैठियों और रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग, जो बिना वीजा या अनुमति के भारत में रह रहे हैं, चाहे इंदौर हो या मुंबई, उन्हें तत्काल डिटेक्ट, डिलीट, और डिपोर्ट किया जाए। भार्गव ने इसे आंतरिक सुरक्षा और आर्थिक दबाव के लिए खतरा बताया।

महापौर का बयान

भार्गव ने कहा कि हाल ही में पहलगाम (जम्मू-कश्मीर) में हुए आतंकी हमले के बाद अवैध घुसपैठियों के खिलाफ कार्रवाई का यह सही समय है। उन्होंने इंदौर में बांग्लादेशी घुसपैठियों और रोहिंग्या मुसलमानों की मौजूदगी की जानकारी मिलने का दावा किया और मांग की कि:

  • उनकी जांच और शिनाख्त कर तुरंत डिपोर्ट किया जाए।
  • अवैध रूप से बने पहचान दस्तावेजों (जैसे आधार, पैन) का पता लगाकर उन्हें रद्द किया जाए।
  • इंदौर के तालाबों के आसपास अवैध रूप से रह रहे घुसपैठियों को अभियान चलाकर हटाया जाए।
  • हाल ही में आए पाकिस्तानी नागरिकों को भारत सरकार के मेमोरेंडम के आधार पर वापस भेजा जाए।

बंगाली कारीगरों पर सवाल

बंगाली कारीगरों के बारे में पूछे गए सवाल पर भार्गव ने कहा कि यदि वे बांग्लादेशी या विदेशी नागरिक हैं और बिना अनुमति के इंदौर में काम कर रहे हैं, तो उन्हें तुरंत शहर छोड़ना चाहिए। उन्होंने पुलिस और संबंधित एजेंसियों से दिशा-निर्देशों का पालन करने और ऐसे लोगों को काम देने वालों (जैसे सराफा व्यापारी) से तुरंत पुलिस को सूचना देने की अपील की।

कांग्रेस और उमंग सिंगार पर निशाना

महापौर ने कांग्रेस और नेता उमंग सिंगार पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की मुस्लिम तुष्टिकरण नीतियों के कारण देश में आतंकवाद बढ़ा है। भार्गव ने सवाल उठाया कि क्या सिंगार बिना अनुमति के आए विदेशी नागरिकों को भारत में रहने की अनुमति देंगे।

पृष्ठभूमि और संदर्भ

  • सीएए का जिक्र: भार्गव ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) 2019 का उल्लेख किया, जो पाकिस्तान, बांग्लादेश, और अफगानिस्तान से आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी, और ईसाई शरणार्थियों को नागरिकता देने का प्रावधान करता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों को इसका लाभ नहीं मिलना चाहिए।
  • पिछली घटनाएं: 2023 में इंदौर के छोटा बांगड़दा में कुछ संगठनों ने रोहिंग्या मुसलमानों के होने का शक जताया था, लेकिन पुलिस जांच में वे पश्चिम बंगाल के प्रवासी मजदूर निकले थे।
  • राष्ट्रीय स्तर पर कार्रवाई: दिल्ली पुलिस ने हाल ही में अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या प्रवासियों के खिलाफ छह FIR दर्ज की हैं और एक विशेष जांच दल (SIT) गठित किया है।

प्रभाव और माहौल

महापौर का बयान इंदौर में चर्चा का विषय बन गया है। कुछ लोग इसे सुरक्षा के लिए जरूरी कदम मान रहे हैं, जबकि अन्य इसे सामुदायिक तनाव बढ़ाने वाला बयान बता रहे हैं। खासकर बंगाली कारीगरों और मजदूरों के बीच डर का माहौल है, जो लंबे समय से इंदौर में काम कर रहे हैं।

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ब्यूरो चीफ - मध्यप्रदेश