बलरामपुर। छत्तीसगढ़
म्यूल अकाउंट गिरोह का शीर्षासमेत 8 गिरफ्तार
ऑनलाइन ठगी के लिए बैंक खाते उपलब्ध कराते थे
बलरामपुर पुलिस ने मप्र के बैढ़न से साइबर फ्रॉड के लिए म्यूल अकाउंट मुहैया कराने वाले गिरोह के सरगना सचिन कुमार सैनी उर्फ बिट्टू बिहारी मास्टर (24) सहित 8 सदस्यों को गिरफ्तार किया। गिरोह बैंक खाते खोलवाकर साइबर अपराधियों को उपलब्ध करवाता था, जिससे लाखों रुपये की ऑनलाइन ठगी होती थी।
कैसे बना गिरोह का नेटवर्क
एसपी वैभव बैंकर के मुताबिक, सचिन ने ग्रामीण क्षेत्रों के कॉलेज स्टूडेंट्स और अन्य लोगों के नाम से बैंक खाते खोलवाकर प्रति खाते 4,000–12,000 रुपये में खरीदे। फिर रायपुर में सक्रिय ब्रोकर्स को 10,000–15,000 रुपये में बेचते थे। इन खातों से धोखाधड़ी का धन जमा कर अन्य खातों में ट्रांसफर या नकद निकालने का काम होता था।
जब्त सामग्री और ट्रांजेक्शन का खुलासा
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 3 लैपटॉप, 23 मोबाइल, 46 एटीएम कार्ड, 9 पासबुक, 4 चेकबुक एवं एक थार वाहन जब्त किया। बैंकों से मिले दस्तावेजों की प्राथमिक जाँच में सैकड़ों खातों के माध्यम से लगभग 4 करोड़ रुपये के अवैध लेन‑देन का सबूत मिला। आरोपियों के खाते में जमा 1.50 लाख रुपये फ्रीज किए गए हैं।
गिरफ्तार आरोपी और संचालन केंद्र
गिरफ्तार किए गए:
- सचिन कुमार सैनी उर्फ बिट्टू बिहारी (24), गांधीनगर, अंबिकापुर
- राजेश सोनकर (25), मुंगेली
- सुखदेव साहू (23), सूरजपुर
- आयुष कुमार साहू (23), सूरजपुर
- मुकेश जायसवाल (21), कोरबा
- प्रशांत सिंह (23), दत्ता कॉलोनी, अंबिकापुर
- अभिषेक जायसवाल (22), चांदनी बिहारपुर, सूरजपुर
- दीपक कुमार यादव (26), तुमला, जशपुर
बैकअप संचालन के लिए बैढ़न में गिरोह ने कमरा किराए पर लिया था।
गिरोह की अन्य गतिविधियाँ
खुले खातों में फर्जी मोबाइल नंबर लिंक कर एटीएम कार्ड व सिम कार्ड रायपुर भेजे जाते थे। साथ ही गिरोह ने ऑनलाइन बेटिंग ऐप “KABOOK” पर आईपीएल मैच सट्टा भी संचालित किया।
आगे की जांच जारी
एसपी वैभव बैंकर ने बताया कि मामले की गहन जांच चल रही है और अन्य सहयोगी सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी रहेगी।