कोंडागांव जिले में अब जंगलों की सुरक्षा के लिए ग्रामीण स्वयं आगे आ रहे हैं। वन विभाग और स्थानीय निवासियों की संयुक्त पहल के परिणामस्वरूप, क्षेत्र में जंगलों की अवैध कटाई पर प्रभावी नियंत्रण लग रहा है।
अमरावती में वन विभाग की बड़ी कार्रवाई, अतिक्रमण हटाया
हाल ही में अमरावती वनपरिक्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की गई। वन विभाग को आर.एफ. 262 क्षेत्र में अवैध अतिक्रमण की सूचना प्राप्त हुई थी। पड़ताल करने पर पता चला कि अमरावती के दो निवासी, दुवाल और कानू, ने वन भूमि पर अवैध रूप से बाड़े बना रखे थे। वे कृषि कार्यों के लिए बिजली के तारों और खंभों का भी अनाधिकृत उपयोग कर रहे थे।
वन विभाग की त्वरित कार्रवाई करते हुए उड़नदस्ता टीम ने दोनों अतिक्रमणकारियों के खिलाफ वन अपराध प्रकरण क्रमांक 21181/04 दर्ज किया। टीम ने मौके पर पहुंचकर अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया और सभी अवैध सामग्री को जब्त कर लिया।
अवैध कटाई की सूचना दे रहे ग्रामीण
कोंडागांव के गांवों में अब लोग सक्रिय रूप से जंगल संरक्षण के अभियान से जुड़ रहे हैं। वे न केवल वन विभाग को सहायता प्रदान कर रहे हैं, बल्कि अवैध कटाई की गतिविधियों की जानकारी भी दे रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जंगल उनके जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि यहीं से उन्हें ईंधन, औषधीय जड़ी-बूटियाँ और अन्य वन उत्पाद प्राप्त होते हैं।
वन सुरक्षा को मिल रही मजबूती
अमरावती रेंज के परिक्षेत्र अधिकारी प्रतीक वर्मा ने बताया कि ग्रामीणों के सक्रिय सहयोग से वन विभाग की कार्रवाई और भी अधिक प्रभावी हो गई है। स्थानीय लोगों की जागरूकता के कारण जंगलों की सुरक्षा को महत्वपूर्ण मजबूती मिल रही है।