उज्जैन। महाकाल मंदिर दर्शन को पहुंचे एक श्रद्धालु के साथ होटल बुकिंग के नाम पर साइबर ठगी का मामला सामने आया है। एक फर्जी वेबसाइट और कॉल नंबरों के जरिए श्रद्धालु से 5100 रुपए की ठगी की गई। यह कोई पहला मामला नहीं है—बीते 8 महीनों में इसी तरीके से गुजरात, हैदराबाद और अन्य राज्यों से आए श्रद्धालुओं से लाखों रुपए की ठगी हो चुकी है।
होटल बुकिंग के नाम पर वेबसाइट से ठगे 5100 रुपए
नोएडा निवासी अभिषेक सिंह ने 13 अप्रैल को उज्जैन के प्रसिद्ध Hotel Maheshwari Avenue के नाम पर एक वेबसाइट से बुकिंग की। भुगतान के लिए उन्हें SBI की नॉएडा शाखा के खाता नंबर 4874000100095862 पर 5100 रुपए डालने को कहा गया। भुगतान के बाद एक फर्जी बिल भी उन्हें भेजा गया।
जब वे होटल पहुंचे, तो वहां उनकी कोई बुकिंग दर्ज नहीं थी। इस पर उन्होंने होटल प्रबंधन से संपर्क किया और ठगी का खुलासा हुआ।
ठगी का एक पैटर्न, कई शहरों से श्रद्धालु शिकार
- गुजरात के चिराग सक्सेना से नवंबर 2024 में 21,000 रुपए ठगे गए।
- हैदराबाद के एक श्रद्धालु से मार्च 2025 में दो बार में कुल 8,000 रुपए की ठगी हुई।
- श्रद्धालु हरी आनंद से अप्रैल में 12,000 रुपए झांसे में डालकर ऐंठ लिए गए।
सभी मामलों में अलग-अलग नंबरों से कॉल कर फर्जी खाते में ट्रांजैक्शन करवाया गया।
होटल प्रबंधन परेशान, पुलिस को सौंपे आवेदन
माहेश्वरी एवेन्यू होटल के मैनेजर अंकित प्रजापत के अनुसार, पिछले 7–8 महीनों से लगातार इस तरह के धोखाधड़ी के मामले सामने आ रहे हैं। “हर हफ्ते कोई न कोई व्यक्ति ठगी का शिकार बनकर हमारे पास आता है। हमने पुलिस और साइबर सेल में कई बार शिकायत दी, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है,” उन्होंने बताया।
साइबर ठगी में किसकी जिम्मेदारी?
इस तरह की घटनाएं कई गंभीर सवाल खड़े करती हैं:
- ऑनलाइन ट्रैवल प्लेटफॉर्म या वेबसाइट की सत्यता जांचने की जिम्मेदारी किसकी है?
- क्या होटल संचालकों को फर्जी वेबसाइटों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का हक है?
- पुलिस और साइबर विभाग की निगरानी प्रणाली क्या इतनी सुस्त है कि 8 महीनों तक गिरोह सक्रिय रहे?
- श्रद्धालुओं को जागरूक करने के लिए मंदिर प्रशासन क्या प्रयास कर रहा है?
एसपी का बयान: “जांच जारी, जल्द गिरफ्तारी होगी”
उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा ने कहा, “ऑनलाइन फ्रॉड के मामलों में हमने कई बार चेतावनी जारी की है। माहेश्वरी एवेन्यू के नाम पर फर्जीवाड़े की जानकारी मिली है। आरोपी की जानकारी जुटाई जा रही है, जल्द ही गिरफ्तारी होगी।”
सावधान रहें: महाकाल मंदिर समिति की नहीं है कोई अधिकृत होटल बुकिंग सेवा
दैनिक भास्कर द्वारा की गई पड़ताल में यह साफ हुआ है कि महाकाल मंदिर समिति की कोई भी आधिकारिक ऑनलाइन होटल बुकिंग सेवा नहीं है। श्रद्धालुओं को सलाह दी जाती है कि वे केवल सरकारी वेबसाइट, विश्वसनीय ट्रैवल पोर्टल या होटल की ऑफिशियल वेबसाइट से ही बुकिंग करें।
यदि आपने भी इस तरह की किसी फर्जी वेबसाइट या नंबर के ज़रिए बुकिंग की हो तो तुरंत नजदीकी थाने या साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराएं।