इंदौर- मध्यप्रदेश के इंदौर के बाल सुधार गृह से शनिवार को तीन बाल अपचारी फरार हो गए। तीनों बाल संप्रेषण गृह की दीवार का रोशनदान तोड़कर फरार हुए हैं। तीनों ही बच्चों पर हत्या, दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के तहत मामले लंबित हैं।
इंदौर बाल सुधार गृह में हड़कंप
फरार हुए बच्चे शाजापुर-मुरैना के रहने वाले
मामले में जानकारी देते हुए एडिशनल डीसीपी राम स्नेही मिश्रा ने बताया कि हत्या सहित दुष्कर्म और पॉस्को एक्ट के मामले में तीन बच्चे बाल संप्रेषण गृह में रखे गए थे। दीवार में लगे हुए रोशनदान को तोड़कर वे फरार हो गए हैं। बच्चे मूल रूप से शाजापुर और मुरैना के रहने वाले हैं।

फरार होने के बाद बाल संप्रेषण के अधिकारियों द्वारा तत्काल पुलिस को सूचना दी गई है। अब इस पूरे मामले में हीरानगर पुलिस तीनों बच्चों की तलाश में जुटी हुई है। एक टीम बनाई गई है, जिसके शाजापुर और मुरैना भी जाने की बात कही जा रही है।
चने के 1 दाने से गई बच्चे की जान: मां की गोद में ही 2 साल के मासूम ने तोड़ दिया दम, जानें क्या है पूरा मामला
दीवार का रोशनदान तोड़कर तीन अपचारी बच्चे हुए फरार,
एक चने के दाने ने दो साल के बच्चे की जान ले ली। यह दिल दहलाने वाला मामला मध्यप्रदेश के रीवा से सामने आया है। यहां दो साल मासूम के गले में चने का दाना अटक गया। जिसके बाद बच्चे को सांस लेने में दिक्कत होने लगी।

तलाश में जुटी पुलिस, हत्या – रेप मामले
पैरेंट्स कुछ समझ पाते इससे पहले ही बच्चे की हालत खराब होने लगी और कुछ ही देर में बच्चे ने मां की गोद में दम तोड़ दिया। मामला रीवा के सगरा थाने के सराई गांव का है। यहां रहने वाले विष्णु साहू के दो साल के बेटे रौनक की मौत हो गई। मौत की वजह गले में चना का दाना अटकना बताया जा रहा है। परिजन ने बताया कि बुधवार की शाम सभी एक साथ बैठकर चने खा रहे थे। इसी दौरान रौनक भी वहां आ गया और प्लेट से चना उठाकर खाने लगा। अचानक एक दाना उसके गले में अटक गया। घरवालों ने उसे पानी पिलाया, लेकिन चना बाहर नहीं आया। जब तक डॉक्टर के पास पहुंचे, तब तक रौनक की सांसें थम चुकी थीं।