दिनांक 19 – 3 -2025 से 20 -3 – 2025 एवं गैप आइडेंटिफिकेशन फॉर आउट ऑफ स्कूल प्रशिक्षण 20 3.2025 आयोजन बीआरसी भवन मुंगेली में आयोजित किया गया कार्यक्रम का शुभारंभ जिला परियोजना कार्यालय (समग्र शिक्षा ) जिला मुंगेली से जिला सहायक में समावेशी शिक्षा श्री अशोक कश्यप सक एवं विकासखंड स्त्रोत समन्वयक श्री सूर्यकांत उपाध्याय के द्वारा मां सरस्वती की पूजा अर्चना एवं राष्ट्रगान के साथ हुआ बीआरपी खंड प्रभारी संजीव सक्सेना एवं स्पेशल एजुकेटर कौशल पात्रे मास्टर ट्रेनर श्री चंद्रशेखर उपाध्याय एवं श्री रमेश दास अनंत जी ने उपस्थित अतिथियों का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया

जिला के समावेशी शिक्षा प्रभारी श्री अशोक कश्यप सर के द्वारा दिव्यांग बच्चों के लिए स्वरचित अपनी कविता का पाठ पठन कर शिक्षकों को प्रेरित किया गया दिव्यांग बच्चों को समान अवसर उपलब्ध कराना एवं शासन की योजनाओं का लाभ देने हेतु निर्देशित किया गया उपरोक्त वातावरण निर्माण प्रशिक्षण कार्यक्रम 130 शिक्षक एवं व्याख्याता को लक्षित कर प्रशिक्षण दिया गया उपरोक्त प्रशिक्षण मास्टर ट्रेनर के द्वारा प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रशिक्षार्थियों को समावेशी शिक्षा उद्देश्य समावेशी शिक्षा की विभिन्न गतिविधियां शाला में बाधा रहित वातावरण तैयार करना नई शिक्षा नीति नि:शक्तजन अधिकार अधिनियम दिव्यांग -जनों के जीवन को बेहतर बनाने की कवायत 21 प्रकार की दिव्यंगता की पहचान करना दिव्यांग बच्चों के लिए समग्र शिक्षा एवं समाज कल्याण विभाग जिला पुनर्वास केंद्र द्वारा एस्कॉर्ट एलाउंस ट्रांसपोर्ट एलाउंस बालिका शिष्यावृत्ति गृह आधारित शिक्षा आकलन शिविर – सर्जरी ऑपरेशन – छात्रवृत्ति खेलकूद दिव्यांगता दिवस आंकलन शिविर डाइस डाटा प्रशस्त एप्प का संचालन आईसीटी उपकरणों एवं ऑनलाईन लाइब्रेरी दिव्यांगता का कारण एवं समाधान दिव्यांगजनों के स्वास्थ्य लाभ हेतु व्यायाम विद्यालय में सकारात्मक वातावरण तैयार करने एवं शासन की योजनाओं से लाभान्वित करने हेतु उन्मुखीकरण दिव्यांग बच्चों के सहयोग से उपलब्धि का मूल्यांकन कक्षा प्रबंधन सहपाठी समूह का निर्माण संबंधी प्रशिक्षण प्रदान किया गया की जानकारी विस्तृतपूर्वक दिया गया
गैप आइडेंटिफिकेशन का आउट ऑफ स्कूल प्रशिक्षण में 80 शिक्षा एवं 20 पालक अभिभावकगण की उपस्थिति सुनिश्चित की गई इस प्रशिक्षण में शाला से बाहर विशेष आवश्यकता वाले बच्चों का चिन्हांकन कर शिक्षा के मुख्य धारा से जोड़ने हेतु जन जागरुकता कार्यक्रम समावेशी शिक्षा अंतर्गत पालकों अभिभावकों समुदाय तथा शिक्षा को कैसे उन्मुखीकृत किया जाए समावेशी शिक्षा उद्देश्य समावेशी शिक्षा के विभिन्न गतिविधियां शाला में बाधा रहित वातावरण तैयार करना नई शिक्षा नीति निशक्तजन अधिकार अधिनियम दिव्यांगजनों के जीवन को बेहतर बनाने की कवायत 21 प्रकार की दिव्यांगता की पहचान करना दिव्यांग बच्चों को शाला में बनाए रखने हेतु उन्हें शासन की योजनाओं का लाभ दिलाना आवश्यकता अनुरूप उपकरण सहायक सामग्री उपलब्ध कराना शिक्षा से संबंधित आने वाली समस्याओं का समाधान कर उनको शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ना प्रशिक्षण में सभी शिक्षकों व्याख्याता पालकों एवं अभिभावकों हेतु चाय नाश्ता एवं भोजन की व्यवस्था बीआरसी भवन मुंगेली में की गई प्रशिक्षण के समापन अवसर पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी डाँ प्रतिभा मंडलोई ने सभी प्रतिभागियों को शाला की साफ-सफाई बच्चों की नियमित उपस्थिति बच्चों की नियमित शिक्षण सफल परीक्षा संचालन हेतु निर्देशित किया गया विकासखंड स्त्रोत सामन्वयक श्री सूर्यकांत उपाध्याय के द्वारा समावेशी शिक्षा के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान किया गया ताकि बच्चे समाज के मुख्य धारा से जुड़े उनके द्वारा बच्चों को पठन लेखन गणित की संक्रिया दिवाल पत्रिका रचनात्मक लेखन स्पोकन इंग्लिश एवं आकलन मूल्यांकन के संबंध में जानकारी शिक्षकों को दी गई प्रशिक्षण के संबंध में प्रशिक्षार्थियों से फीडबैक लिया गया विकासखंड स्त्रोत समन्वयक श्री सूर्यकांत उपाध्याय के द्वारा समावेशी शिक्षा के सफल संचालन हेतु दिव्यांग बच्चों के शिक्षक प्रशिक्षण एवं शासन की योजनाएं प्रत्येक बच्चे तक पहुंचे प्रत्येक शिक्षक अपने स्कूल में इस प्रशिक्षण का अमल करें संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी दिया गया प्रशिक्षण में संतोष नामदेव लेखपाल अमित दुबे कंप्यूटर ऑपरेटर खगेश कन्नौजे भृत्य राजेश साहू दुर्गेश देवांगन उपस्थित रहें प्रशिक्षण के अंत में सभी शिक्षक पालक एवं बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम के समापन की घोषणा किया गया
