मासूम की मौत के बाद हरकत में प्रशासन, चाइनीज मांझा के खिलाफ बड़ी कार्रवाई

राजेन्द्र देवांगन
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रायपुर: चाइनीज मांझा पर प्रतिबंध के बावजूद मासूम की मौत, प्रशासन ने जब्त किए 8 बंडल

रायपुर। छत्तीसगढ़ में पतंग उड़ाने के लिए चाइनीज मांझा पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया गया है, लेकिन इसके बावजूद शहर में धड़ल्ले से इसकी बिक्री हो रही है। रविवार को चाइनीज मांझा की चपेट में आने से 7 वर्षीय मासूम की मौत हो गई, जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया। सोमवार को कलेक्टर गौरव कुमार सिंह के निर्देश पर नगर निगम की टीम ने पतंग दुकानों में छापेमारी कर 8 बंडल चाइनीज मांझा जब्त किया।

8 बंडल चाइनीज मांझा जब्त, कार्रवाई जारी
रायपुर के कलेक्टर और नगर निगम प्रशासक गौरव कुमार सिंह के निर्देश पर अवैध रूप से बिक रहे चाइनीज मांझा के खिलाफ अभियान छेड़ा गया। नगर निगम कमिश्नर अविनाश सिंह ने जोनल राजस्व अधिकारियों की टीम गठित कर छापेमारी की। जोन 6 के संतोषी नगर स्थित दो दुकानों से 8 बंडल चाइनीज मांझा जब्त किया गया।

सत्ती बाजार में छापेमारी, दुकान सील
जोन 4 के स्वामी विवेकानंद सदर बाजार वार्ड नंबर 45 स्थित सत्ती बाजार में छापेमारी के दौरान संजय पतंग दुकान को बिना लाइसेंस के संचालन करने पर सील कर दिया गया। वहीं, जोन 4 में स्थित श्याम टॉकीज और बूढ़ातालाब क्षेत्र की दो दुकानें बंद पाई गईं।

दुकानदारों पर होगी सख्त कार्रवाई
इसके पहले भी रायपुर में पंडरी माल के पास एक्सप्रेस वे पर स्कूटी सवार महिला वकील पूर्णशा कौशिक चाइनीज मांझा की चपेट में आ गई थीं, जिससे उनके गले और अंगूठे में गंभीर चोटें आई थीं। दिसंबर में भी नीट परीक्षा की तैयारी कर रहा एक छात्र इस खतरनाक मांझे की चपेट में आकर घायल हो गया था।

क्यों खतरनाक है चाइनीज मांझा?
पतंग उड़ाने में दो तरह के मांझों का उपयोग किया जाता है—सूती और चाइनीज मांझा। सूती मांझे की तुलना में चाइनीज मांझा अधिक खतरनाक होता है, क्योंकि यह नायलॉन धागे से बना होता है, जिस पर कांच या मैटेलिक पाउडर की परत चढ़ाई जाती है। इसकी तेज धार त्वचा पर गंभीर प्रभाव डालती है और जानलेवा साबित हो सकती है।

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