छत्तीसगढ़ में आगामी नगरीय निकाय चुनाव को लेकर कांग्रेस ने तैयारियां तेज कर दी हैं। पार्टी उम्मीदवारों के चयन को लेकर कांग्रेस संगठनात्मक मजबूती और अनुशासन पर खास जोर दे रही है। इसी कड़ी में मंत्री कवासी लखमा और प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कार्यकर्ताओं से संयम बरतने की अपील की है। बैज ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि “टिकट न मिले तो बवाल न करें”, बल्कि पार्टी के फैसले का सम्मान करें।
BJP को घेरने की रणनीति— “500 में सिलेंडर मिला क्या?”
कांग्रेस ने भाजपा सरकार के खिलाफ तेज राजनीतिक अभियान छेड़ने की योजना बनाई है। पार्टी जनता से पूछेगी— “500 रुपये में गैस सिलेंडर मिला क्या?”, ताकि महंगाई, बेरोजगारी और केंद्र सरकार की नीतियों को लेकर भाजपा को घेरा जा सके। कांग्रेस का मानना है कि इन मुद्दों के जरिए मतदाताओं को अपने पक्ष में लामबंद किया जा सकता है।
महापौर-पार्षद पद के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू
नगरीय निकाय चुनाव को लेकर महापौर और पार्षद पदों के लिए उम्मीदवारों के आवेदन मंगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। पार्टी ने साफ कर दिया है कि योग्यता, संगठन के प्रति निष्ठा और जनता के बीच पकड़ को प्राथमिकता दी जाएगी। कांग्रेस नेतृत्व ने सभी दावेदारों को एकजुट रहने और पार्टी हित में काम करने का संदेश दिया है।
कांग्रेस का फोकस— अनुशासन और रणनीतिक हमले
इस बार कांग्रेस का फोकस संगठन में अनुशासन बनाए रखने और भाजपा को आक्रामक तरीके से घेरने पर है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि गुटबाजी और असंतोष पर नियंत्रण रखते हुए मजबूत उम्मीदवार उतारे जाएंगे ताकि निकाय चुनाव में कांग्रेस को अधिकतम सफलता मिल सके।