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जयराम नगर खैरा में लोकसुनवाई की नौटंकी संपन्न…धृतराष्ट्र बने पीठासीन अधिकारियों को नही दिखा दल्हा पहाड़ और क्रोकोडायल पार्क

जयराम नगर खैरा में लोकसुनवाई की नौटंकी संपन्न…धृतराष्ट्र बने पीठासीन अधिकारियों को नही दिखा दल्हा पहाड़ और क्रोकोडायल पार्क
बिलासपुर जिले के जयराम नगर के खैरा में खुलने वाले क्रशर खदान जिसकी उत्पादन क्षमता 49999.95 टन तथा जिसका क्षेत्रफल 2.995 हेक्टेयर है , की लोकसुनवाई की नौटंकी छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण बिलासपुर , ए डी एम तथा एस डी एम के समक्ष भारी विरोध और क्रशर मालिक के समर्थको की नारेबाजी के बीच संपन्न हुई । मिली जानकारी अनुसार धृतराष्ट्र बने पीठासीन अधिकारियों ने बारह बजे जयराम नगर के स्टेडियम में लोकसुनवाई प्रारंभ की जिसमें जयराम नगर और कुछ बाहर के पर्यावरण प्रेमियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई है । आपत्ति दर्ज कराने के कारणों का उल्लेख करते हुए अनिता नरोत्तम साहू जनपद सदस्य क्षेत्र क्रमांक 10 ने निम्न बिंदुओं में अपनी आपत्ति दर्ज कराई है । बिना डायवर्सन कृषि भूमि का उपयोग

जनपद सदस्य ने बताया कि खसरा नंबर की जमीन कृषि भूमि है जिनका डायवर्सन अब तक नही हुआ है और उसे क्रशर खदान के लिए उपयोग किया जा रहा है जो शासन के नियमानुसार गलत है । क्रशर मालिकों के द्वारा ग्रामीणों को इसके परिणाम से अवगत कराते बिना और लोगों को अंधेरे में रखकर उनकी जमीनों को नियम विरुद्ध खरीदकर उसका उपयोग नियम विरुद्ध क्रशर खदान के लिए किया जायेगा ।

कृषि भूमि की उर्वरा क्षमता प्रभावित होगी

उन्होंने आपत्ति दर्ज कराते हुए यह भी कहा है कि यह क्षेत्र पूरी तरह क़ृषि भूमि का क्षेत्र है और यहां क्रशर खदान खुलने से आसपास की हजारों एकड़ भूमि क्रशर खदान से निकलने वाली धूल से पट जायेगी जिससे भविष्य में कृषि भूमि की उर्वरा क्षमता नष्ट होगी

पर्यावरण को नुक़सान ,भविष्य में सिलिकोसिस की बीमारी से ग्रसित होंगे लोग

इस क्रशर खदान के आसपास घनी आबादी होने के कारण यहां से निकलने वाली बारीक धूलकणों से लोगों को आने वाले कुछ दशकों में सिलिकोसिस अर्थात फेफड़ों की गंभीर बीमारी होगी और यह बीमारी आनुवंशिक रूप से आने वाले बच्चों के स्वास्थ्य को प्रभावित करेगी ।
इस क्रशर खदान के खुलने से आसपास के हजारों पेड़ पौधों की विभिन्न प्रजातियों को भी नष्ट करेगा जिससे पर्यावरण को नुक़सान होगा जिसकी भरपाई असंभव है ।
इसके अलावा प्रभावित क्षेत्र और अन्य कई लोगों ने भी आपत्ति दर्ज कराई है ।

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