कोंडागांव स्वास्थ्य विभाग की चूक: कबाड़ बने करोड़ों के वाहन, सुविधाओं पर असर

राजेन्द्र देवांगन
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आरटीओ ने खींचे हाथ, स्वास्थ्य विभाग के करोड़ों के वाहन खड़े-खड़े सड़ रहे

कोंडागांव: स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से करोड़ों के वाहन कबाड़, जनता को भुगतना पड़ रहा खामियाजा

कोंडागांव में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते आपातकालीन सेवाओं के लिए खरीदे गए करोड़ों रुपए के वाहन परिसर में खड़े-खड़े कबाड़ बन रहे हैं। इन वाहनों का रजिस्ट्रेशन समय पर नहीं कराया गया, जिसके कारण आरटीओ ने भी अब हाथ खड़े कर दिए हैं।

रजिस्ट्रेशन में लापरवाही

2017 से 2019-20 के बीच शासन के विभिन्न मदों से इन वाहनों की खरीदी की गई थी। नियमों के अनुसार, वाहन शाखा प्रभारी का काम होता है कि खरीदी के बाद वाहनों का रजिस्ट्रेशन करवाया जाए। लेकिन विभाग के पास समय की कमी और लापरवाही के कारण यह काम नहीं हुआ।

हादसे में हुआ खुलासा

इस लापरवाही का खुलासा तब हुआ जब एक वाहन, जो मरीज को अस्पताल ले जा रहा था, सड़क हादसे का शिकार हो गया। जांच के दौरान पता चला कि वाहन के दस्तावेज, रजिस्ट्रेशन नंबर और बीमा तक मौजूद नहीं हैं। यह स्थिति विभाग की गंभीर अनदेखी को उजागर करती है।

वाहन परिसर में खड़े रहने को मजबूर

वर्तमान में ये वाहन स्वास्थ्य विभाग के परिसर में खड़े-खड़े सड़ रहे हैं। बिना रजिस्ट्रेशन और बीमा के इन वाहनों को चाहकर भी इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। इससे आपातकालीन सेवाओं में बाधा उत्पन्न हो रही है और जनता को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ रही है।

विभाग का जवाब और कार्रवाई का इंतजार
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा, “हमने कलेक्टर और राज्य शासन को इस समस्या से अवगत करवाया है। पत्राचार भी किया गया है, लेकिन 6 महीने बीतने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है।”

जनता पर बढ़ रहा असर

वाहनों का उपयोग न हो पाने के कारण आपातकालीन सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। विभाग की इस लापरवाही का खामियाजा सीधे तौर पर आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। समय रहते इन वाहनों को रजिस्टर और उपयोग में लाना अत्यंत आवश्यक है, अन्यथा स्वास्थ्य सेवाओं पर इसका दीर्घकालिक असर पड़ सकता है।

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