रायगढ़: 41 हाथियों का दल सड़क किनारे पहुंचा, वन विभाग की निगरानी में सुरक्षा इंतजाम
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में 41 हाथियों का एक दल सड़क किनारे आ गया है, जो नहरकेला जंगल से निकलकर सड़क पर विचरण कर रहा है। वन विभाग को जब इसकी जानकारी मिली, तो अधिकारियों और हाथी मित्र दल ने मौके पर पहुंचकर स्थिति की निगरानी शुरू कर दी। यह घटना लैलूंगा वन परिक्षेत्र के नाहरकेला इलाके की है, जहां रात के समय भी सड़क पर लोगों की आवाजाही बनी रहती है।
ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह
वन विभाग द्वारा आसपास के गांवों जैसे टोलगे, गेरुपानी, नाहरकेला और बरडीह में मुनादी कराई गई है और ग्रामीणों को जंगल की ओर अकेले न जाने की चेतावनी दी गई है। विभाग ने यह भी सुनिश्चित किया है कि लोग सुरक्षित तरीके से सड़क पार कर सकें और किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
फसल को नुकसान
बीती रात हाथियों ने धरमजयगढ़ वनमंडल के नरकालो, नागदरहा, जगदा, हाटी गांव और रायगढ़ वनमंडल के चारमार के किसानों की धान की फसल को नुकसान पहुंचाया। हाथियों ने फसल को रौंद दिया और खा लिया, जिससे 8 किसानों की फसल बर्बाद हो गई।
106 हाथी कर रहे विचरण
रायगढ़ जिले के दो वन मंडलों में कुल 106 हाथी विचरण कर रहे हैं। इनमें से 100 हाथी धरमजयगढ़ वन मंडल में और 6 हाथी रायगढ़ वन मंडल में हैं। इस दल में नर, मादा और शावक भी शामिल हैं, और इतनी बड़ी संख्या में हाथियों की उपस्थिति के कारण वन विभाग द्वारा लगातार निगरानी रखी जा रही है।
वन विभाग की मुस्तैदी
लैलूंगा अनुविभाग के एसडीओ, एमएल सिदार ने बताया कि विभाग सड़क किनारे जंगल में हाथियों की मौजूदगी को लेकर पूरी तरह सतर्क है। विभाग लोगों को सुरक्षित रूप से सड़क पार करने की अनुमति दे रहा है और हाथियों पर निगरानी बनाए रखे हुए है, ताकि किसी भी प्रकार के नुकसान से बचा जा सके।
सम्पूर्ण घटना को लेकर विभाग की सक्रियता और निगरानी जारी है, ताकि ग्रामीणों को कोई नुकसान न हो और हाथियों का दल बिना किसी दुर्घटना के सुरक्षित स्थान पर लौट सके।
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