अम्बिकापुर। एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने अंबिकापुर में बुधवार को दो बड़ी कार्रवाई की। पहले मामले में एसीबी की टीम ने सेवानिवृत्त प्रधान पाठक से रिश्वत लेते विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पदस्थ लिपिक को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। वहीं रामचंद्रपुर जनपद सीईओ को निर्माण कार्य के एवज में चेक जारी करने के बदले 60 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया।
बलरामपुर जिले के रामचंद्रपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत सनावल में जिला खनिज न्यास से वर्ष 2018-19 में पुलिया का निर्माण पंचायत द्वारा कराया गया था। सनावल के पूर्व सरपंच मुंशीराम पिता मंगरुराम 40 वर्ष ने एसीबी में शिकायत दर्ज कराई थी कि पंचायत द्वारा खरखरवा नाला में कराए गए पुलिया निर्माण का भुगतान चेक के माध्यम से करने के एवज में जनपद पंचायत रामचंद्रपुर के सीईओ विनय गुप्ता द्वारा एक लाख की रिश्वत की मांग की जा रही है।
एसीबी के डीएसपी अजितेश सिंह ने शिकायत की जांच कराई। जांच में जनपद सीईओ पर आरोप सही पाए गए। तब उन्हें रंगे हाथों पकड़ने की योजना बनाई गई। योजना के मुताबिक जनपद सीईओ पहले किस्त के रूप में रिश्वत के 60 हजार रुपए लेने तैयार हो गए। बुधवार को पूर्व सरपंच रिश्वत की रकम लेकर जनपद कार्यालय पहुंचे। यहां पहले से ही एसीबी की टीम मुस्तैद थी। जैसे ही जनपद सीईओ विनय गुप्ता ने रिश्वत की 60 हजार रुपये लिए वैसे ही एसीबी की टीम में उन्हें पकड़ लिया।
जनपद सीईओ विनय गुप्ता की कार्यशैली को लेकर पहले भी जनप्रतिनिधियों ने सवाल खड़े किए थे। पूर्व में इनकी पदस्थापना बलरामपुर जनपद सीईओ के पद पर थी। वहां भी क्वारंटाइन सेंटर में कथित रूप से एक युवक के साथ मारपीट करने के मामले में इन पर गंभीर आरोप लगे थे। केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह द्वारा जनपद सीईओ पर नाराजगी भी जताई गई थी।
बलौदाबाजार और नारायणपुर में भी कार्रवाई
सीसी रोड निर्मांण के मूल्यांकन के काम के एवज में बलौदाबाजार में उप अभियंता सुनील कुमार अग्रवाल को 12000 रुपये रिश्वत लेते और एक अन्य मामले में शिक्षा अधिकारी कार्यालय नारायणपुर में तैनात सहायक ग्रेड- 3 किशोर कुमार मेश्राम को 10000 रुपये रिश्वत लेते हुए एसीबी की टीम ने रंगे हाथों पकड़ा।
बतौली विकासखंड के ग्राम शांतिपारा निवासी बरनाबस मिंज 65 वर्ष ने बीते 17 सितंबर 2020 को एसीबी कार्यालय अंबिकापुर में आवेदन प्रस्तुत किया था। एसीबी के अधिकारियों ने बताया कि प्रार्थी बरनाबस मिंज 28 फरवरी 2017 को बतौली विकासखंड के पूर्व माध्यमिक शाला घुघरा के प्रधान पाठक के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें केवल ग्रेच्युटी के रूप में 15 लाख रुपये की राशि प्राप्त हुई है। अवकाश नकदीकरण एवं सातवें वेतनमान का एरियर्स उसे प्राप्त नहीं हुआ है।
प्रधानपाठक ने शिकायत दर्ज कराई थी कि सातवें वेतनमान के एरियर्स की राशि एक लाख 14 हजार 790 का बिल बना कर कोषालय में जमा करने के एवज में विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय बतौली के सहायक ग्रेड दो प्रमोद कुमार गुप्ता द्वारा 10 हजार रुपये की रिश्वत मांग की गई है। सेवानिवृत्त प्रधान पाठक के आवेदन पत्र का सत्यापन कराया गया।
आरोपित प्रमोद कुमार गुप्ता पिता स्व. सुशील गुप्ता 57 वर्ष निवासी देवीगंज रोड अंबिकापुर द्वारा सेवानिवृत्त प्रधान पाठक से 10 हजार रुपये रिश्वत की मांग करने संबंधी शिकायत पत्र, जांच में सही पाए जाने के बाद आरोपित को रंगे हाथों पकड़ने की योजना बनाई गई। सेवानिवृत्त प्रधान पाठक को रिश्वत की रकम देकर विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय बतौली भेजा गया।
यहां आरोपित प्रमोद कुमार गुप्ता ने अपने हाथों से रिश्वत की रकम प्राप्त की। उसे जींस पैंट के पीछे जेब में रख लिया था। उसी दौरान एसीबी टीम में शामिल अधिकारी, कर्मचारियों ने कार्यालय में दबिश देकर उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
Editor In Chief