कोल वाशरी के खिलाफ लोगों ने खोला मोर्चा।
बिलासपुर जिले के कोटा क्षेत्र में स्थापित होने वाले महावीर कोलवाशरी के खिलाफ ग्रामीणों ने फिर से मोर्चा खोल दिया है। जनदर्शन में कलेक्ट्रेट पहुंचे लोगों ने कोलवाशरी प्रबंधन पर अवैध निर्माण कराने का आरोप लगाया है।
लोगों ने कहा कि 47 एकड़ जमीन की खरीदी.कलेक्ट्रेट पहुंचे आदिवासी किसानों ने बताया कि उनकी 47 एकड़ जमीन को फर्जीवाड़ा कर खरीदा गया है और सरकारी जमीन पर बाउंड्रीवाल का निर्माण किया जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि कोलवाशरी ने फर्जी अनापत्ति प्रमाण पत्र के आधार पर केंद्रीय और राज्य पर्यावरण विभागों से अनुमति प्राप्त की है।
ग्रामसभा ने इस प्रमाण पत्र को पहले ही निरस्त कर दिया है और इसे धोखाधड़ी का मामला बताया है। उन्होंने मांग की है कि प्रमाण पत्र के आधार पर मिली सभी अनुमतियों को रद्द किया जाए।कलेक्टर ने लोगों की सुनी समस्याएं।
पेसा कानून का किया खुला उल्लंघन यह भी आरोप लगाया कि महावीर कोलवाशरी के डायरेक्टर ने राजेंद्र सिंह से 47 एकड़ जमीन खरीदी, जबकि पेसा एक्ट के तहत यह प्रक्रिया गैरकानूनी है।
ग्राम पंचायत खरगहनी ने नियमों की अनदेखी करते हुए अनुमति दी, जो आदिवासियों के अधिकारों का सीधा उल्लंघन है। ग्रामीणों की मांग है कि जमीन की जांच कर मामले में उचित कार्रवाई कर इस फर्जीवाडे का पर्दाफाश किया जाए। जनदर्शन में कलेक्टर ने सुनी लोगों की समस्याएं इधर, जनदर्शन में कलेक्टर अवनीश शरण ने दूर-दराज से आये लोगों की समस्याएं सुनी। कलेक्टर ने सभी की समस्याओं को गंभीरता से सुना और निराकरण योग्य आवेदनों का मौके पर ही निराकरण किया। कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को आवेदन भेजते हुए जल्द निराकरण करने के निर्देश दिए। इस दौरान खम्हरिया तहसील के मंगल सहित अन्य लोगों ने ट्रॉसफार्मर लगवाने आवेदन दिया।
उन्होंने बताया कि ट्रॉसफार्मर नहीं होने के कारण हमें खेती-किसानी में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कलेक्टर ने आवेदन को विद्युत विभाग को भेजते हुए आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।पानी की समस्या लेकर पहुंचे लोग, अनयिमितता का आरोप ग्राम चोरभठ्ठीखुर्द के ग्रामीणों ने वार्ड में पानी की समस्या के सबंध में आवेदन दिया।
जिस पर पीएचई विभाग के अधिकारियों को मामला भेजा गया है। कोटा ब्लॉक के ग्राम पंचायत पहंदा के रामप्रसाद रात्रे सहित अन्य ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत में 15वे वित्त आयोग एवं मूलभूत के कामों में गड़बड़ी की शिकायत की। जिसकी जांच के लिए कोटा के जनपद पंचायत सीईओ को निर्देशित किया गया है।
तखतपुर ब्लॉक के ग्राम लाखासार निवासी रामनिहोर साहू ने कलेक्टर से मुलाकात कर प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए आवेदन दिया, इस मामले में तखतपुर के सीईओ कार्रवाई करने के लिए कहा है। ग्राम ढ़नढन निवासी खिलेन्द्र तिवारी ने सीमांकन के लिए आवेदन दिया। कलेक्टर ने आवेदन एसडीएम तखतपुर को सौंपा गया है।
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